रसीली चुत में टीचर का लन्ड

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मेरी रसीली चुत में मेरे टीचर का लन्ड

https://nightqueenstories.com के प्यारे पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।

कैसे हो दोस्तों, उम्मीद करता हूँ बहुत अच्छे होंगे। दोस्तों मेरा नाम जन्नत खान है। मेरी हाइट 5, 5 है। और मेरी फिगर 32-28-36 है। मेरी स्किन किसी अंग्रेज की तरह दिखती है जो बिल्कुल वाइट मिल्की है। मैं एक मॉडर्न ख्यालात की लड़की हूँ। भले मैं मुस्लिम परिवार से आती हूँ। लेकिन मेरे परिवार ने मुझपर कभी किसी चीज के लिए दबाव नहीं दिया।

मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ मैं अपने अम्मी-अब्बू की इकलौती संतान हूँ। दिल्ली में मेरा 6 बड़े बड़े घर और अपार्टमेंट हैं जिनमे से 4 रेंट पर हैं। तो दोस्तों आज मैं आपके लिए अपनी चुदाई की सच्ची घटना का जिक्र करने आई हूं। मैं https://nightqueenstories.com का नियमित पाठक हूँ। इस साइट की मैंने सभी कहानियां पढ़ी है। और दावे के साथ कह सकती हूँ कि इंटरनेट पर कहीं और इतनी मजेदार और कामुक कहानियां नहीं है।

मैथ की पढ़ाई करते करते कैसे हम सेक्स की गणित पढ़ने लगे

यह घटना करीब 1 साल पहले का है। तब मैं 12वीं क्लास में थी, और साइंस स्ट्रीम में मैथ से पढ़ाई कर रही थी। मैं गणित में थोड़ी कमजोर थी तो मेरे अब्बू ने एक गणित के टीचर को मुझे पढ़ाने के लिए हायर किया। और घर पर ही आकर पढ़ाने को कहा।

दोस्त की बीवी की चुदाई

उस टीचर का नाम सुमित था, वो दिखने में बहुत ही हैंडसम, गोरा चिट्टा और आकर्षक था। जब सुमित पहली बार मेरे घर पर आया, तो मेरी अम्मी ने दरवाजा खोला। मेरी अम्मी ने उसे देखा, तो वो उसे देखती ही रह गईं। लेकिन सुमित शर्मिला और सीधा सादा लग रहा था। क्योंकि वह मेरी अम्मी से नजरें झुका कर बात कर रहा था। वह पहली नजर में मुझे भी बहुत पसंद आया था। मैं भी एकटक उसे देखते रह गई थी।

 

फिर मेरी अम्मी ने उससे उसका परिचय पूछा, तो उसने बताया कि खान साहब ने मुझे आपकी लड़की को गणित की ट्यूशन के लिए कहा था।

अम्मी ने कहा- अरे हाँ उन्होंने मुझे बताया था कि आप आएंगे। आइये आइये, अन्दर आ जाइए। वो अन्दर आ गया। फिर अम्मी ने सुमित को सोफे पर बैठने को कहा। और मुझे भी आवाज देकर बुलाई

अम्मी ने हम दोनों को मिलवाया और हम दोनों बातें करने लगे। अम्मी किचन में चली गई और कॉफी के साथ कुछ स्नैक्स भी लेकर आई। फिर हम तीनों बातें करने लगे। कॉफ़ी खत्म करने के बाद सुमित बोले कि कब से स्टडी शुरू करना है तो अम्मी बोली कि कल से कीजिएगा। आज पहली बार आप आये हैं तो बेहतर परिचय हो जाए तो अच्छा रहेगा। फिर अम्मी ने ढेर सारा सवाल जवाब सुमित से की। अम्मी बहुत खुश लग रही थी। मैं भी सुमित को देखकर बहुत खुश हुई थी। शायद सुमित पहली नजर में मुझे अच्छे लग चुके थे।

सुमित का गठीला शरीर देखकर मेरी चुत में चीटियाँ रेंगने लगी

सुमित के मर्दाना जिस्म पर मेरी नजर ठहर कर रह गई थी, उसे देख कर मेरी चुत में चींटियां सी रेंगने लगी थीं. मेरा तो मन कर रहा था कि अभी के अभी सुमित पर झपट पड़ूँ। और उसे दबोच लूँ।

 

मैं चोर निगाहों से सुमित को देख रही थी। क्योंकि मुझे इस बात का डर भी था कि कहीं मेरी अम्मी न देख लें, इसलिए मैंने अपने आप पर काबू बनाए रखा।

करीब 1 घंटे सुमित रुके फिर वो वापस चले गए। उसके बाद मैं पूरे दिन और रात उनके बारे में ही सोचती रही।

 

अगले दिन करीब 9 बजे सुमित घर आए। हम दिन में घर मे अम्मी और मैं ही रहती हूं। क्योंकि अब्बू सुबह 7 बजे ही निकल जाते हैं और रात को आते हैं। कभी कभी वह 4, 5 दिन घर नहीं आते हैं। तो ज्यादातर समय मैं और अम्मी ही रहते हैं। मेरे और अम्मी के बीच बिल्कुल दोस्त वाला रिश्ता है। तो सुमित ने मुझे पढ़ाना शुरू किया। मेरी गणित बहुत ही कमजोर थी, इसलिए मुझे कोई भी सवाल जल्दी समझ में नहीं आता था। मुझे गणित में बिल्कुल रुचि नही थी। लेकिन अब्बू के जिद के कारण मुझे गणित लेना पड़ा।

कुछ दिन तक तो हम टेबल पर आमने सामने बैठते थे। और हमेशा दूरी बनाकर रखते थे। मैं सुमित को कभी कभी चोर निगाहों से देख लिया करती थी। वो भी अब मुझे बहुत गौर से देखता था। और मुस्कुरा देता था। यह अब अक्सर होने लगा था। जब चोरी से एक दूसरे को देखते हुए हमारी निगाहें आपस मे मिलती तो दोनों ही शर्मा जाते थे। लेकिन कुछ दिनों बाद हम एक दूसरे को देखते रहते और नजरें मिलने पर मुस्कुरा देते।

 

मैंने अक्सर नोटिस किया करती थी कि सुमित मेरी बड़ी बड़ी टाइट और गोल चुचियों को बहुत ध्यान से देखता था। और जब मैं कभी उसके पास से जाती थी। तो वह मेरी 34 इंच की बड़ी सी गांड़ के थिरकन को देखते रहता था।

अम्मी की चुदाई

करीब एक महीने बीत चुके थे इस दौरान सुमित और मैं काफी क्लोज हो चुके थे। और अब मैं सलवार सूट में पढ़ने के बजाए घर के कपड़े जैसे नाइटी, टी शर्ट लोअर इत्यादि में पढ़ने बैठ जाती। और अब मैं अक्सर ऐसे कपड़े पहनने लगी जिसमे से मेरी चुचियों को साफ तौर पर सुमित देख सके। और धीरे धीरे हम टेबल पर आमने सामने के बजाए नजदीक बैठने लगे। यहां तक कि हमारी बदन एक दूसरे से टच होते थे। सुमित अब सवाल बताने के बहाने मेरे बदन को टच करता था। अक्सर उसकी कोहनी और हाथ मेरे जांघो और चुचियों को टच कर देता था। मुझे भी बहुत मजा आता था इसलिए मैं विरोध करने के बजाए उसका साथ देने लगी थी।

 

अब तो ये स्थिति हो गई थी कि सुमित जानबूझकर भी मेरी चुचियों को टच कर देता। या मेरे जांघो पर हाथ रख देता। यहां तक कि मेरे जांघो को जोर से दबा देता। और अब मैं भी कामुक आवाज में आहहहहहहहहह कर देती थी।

गणित के सवाल के बजाए हम सेक्स की गणित पढ़ने लगे

अब अक्सर ही सुमित मुझे समझाने के बहाने मेरे कंधे पर हाथ रख देता और कंधे को सहलाने लगा था। कभी मेरी चुचियों को कोहनी से रगड़ने लगता था। मैंने भी उसे छूट देनी शुरू कर दी थी। इस कारण उसके हौसले काफी बढ़ चुके थे। एक महीने में ही हम दोनों की समझ में आ गया था कि चुदाई का खेल बड़े आराम से खेला जा सकता है.

 

एक दिन उसने मेरे बगल में कुछ इस तरह बैठ कर मुझे समझाना शुरू किया कि मेरे बूब्स उसकी बांह से रगड़ने लगे. हालात ये हो गए थे कि गणित के सवाल तो समझ से काफी परे हो गए थे और सेक्स की गणित बड़ी जल्दी समझ आने लगी थी। उसने मेरे बूब्स पर अपनी बांह अड़ाई, तो मैंने धीरे से आहहहहहहहहह कर दी। उसने मेरी तरफ देखा और पूछा- क्या हुआ जन्नत?

 

मैंने कहा- मेरे सीने में कुछ चुभ रहा है। उसने मेरी आंखों में देखा और अपना हाथ बिंदास मेरे बूब्स पर रख कर पूछा- किधर … इधर?  मैंने नशीली आंखों से कातिलाना मुस्कान के साथ उसे अपनी रजामंदी देते हुए कहा नहीं थोड़ा और ऊपर।

 

अब उसे अपनी दो उंगलियों से मेरे एक निप्पल को मसल दिया और बोला- क्या इधर कुछ गड़ रहा है? मैं मुस्कान बिखेर कर बोली आहहहहहहहहह … हां वहीं थोड़ा और जोर से रगड़िए ना शायद खुजली हो रही है। और उसने जोर से मेरी निप्पल को मसलने लगा। मैंने कहाँ हाँ अब बड़ा अच्छा लग रहा है। उसने एक मिनट तक मेरे निप्पल को मसलते रहा। और जब मैंने उससे कहा कि दूसरी तरफ भी कीजिए न! तो उसने मेरी दूसरी चूची के निप्पल को भी मसलने लगा और दोनो चुचियों को मुट्ठी में लेकर जोर जोर से मसलने लगा। मेरी आँखें स्वतः बन्द हो गई। और मेरी मुँह से आहहहहहहहहह आहहहहहहहहह की आवाजें आने लगी।

 

जिंदगी में पहली बार किसी ने मेरी चुचियों को मसला था। इससे मुझे बहुत मजा आया पर मैं आहहहहहहहहह ऊँहहहहहहहहह के अलावा कुछ नहीं कही। उसी वक्त हमें अम्मी की आने की आवाज आई तो हम दोनों शरीफों की भांति पढ़ाई करने लगे। और सुमित झट से थोड़ी दूर हो गया।

हम मैथ के बजाए सेक्स की पढ़ाई करने लगे

अब हमारे बीच ये खेल रोज होने लगा। हम मैथ के बजाए सेक्स की पढ़ाई करने लगे। वो मेरे दोनों बूब्स पकड़ कर जोर जोर से मसलता। अब मैं रोज गहरे गले और लूज़ लूज टॉप, पहन के बिना ब्रा पहने उसके सामने पढ़ने बैठ जाती … और वो मेरे टॉप में अन्दर हाथ डालकर मेरे दूध मसल कर मजे लेता रहता। अब हम कॉल पर भी बात करने लगे थे। और रोज पूरी रात बात करते। फोन सेक्स तो आम हो गया था। सुमित रोज मेरी चुचियों को मसलकर मेरी चुत में चिंगारी भड़का के चले जाते। और मैं कई-कई बार उँगली से चुत की प्यास बुझाती। अब हम 1 कदम और आगे बढ़े और सुमित अब मेरी चुचियों को मसलने के साथ मेरी चुत को भी खूब रगड़ते। मैं अब बिना ब्रा और बिना पैंटी पहने ही पढ़ने बैठती और सुमित मेरी चुचियों और चुत को जम के रगड़ते। लेकिन इससे ज्यादा हमारे बीच कुछ नहीं हो पा रहा था। क्योंकि अम्मी घर में ही रहती थी।

हमदोनों चुदाई की आग में पूरी तरह जलने लगे

अब हमदोनों चुदाई की आग में पूरी तरह जलने लगे थे। मेरी चुचियाँ अचानक बढ़ने लगी थी।

 

एक दिन शाम के वक्त अब्बू की अचानक तबियत खराब हो गई। और उन्हें हॉस्पिटलाइज करना पड़ा। तो अम्मी भी हॉस्पिटल में ही अब्बू के पास चली गई। रात को अम्मी हॉस्पिटल में ही अब्बू के पास रुक गई। उस रात मैं घर मे अकेली थी। तो सोची सुमित को घर पर बुलाऊँ और जम के अपनी चुत की चुदाई करवाऊं। लेकिन जब मैं सुमित को कॉल की तो वह बताया कि उसका कल एग्जाम है तो मैं लखनऊ आ गया हूँ। मेरी तो सारी जोश ठंढी हो गई। और मेरा मन करने लगा कि सुमित से कभी बात ना करूँ। पहली बार हमें साथ बिताने का मौका मिला था। लेकिन अब चुत की प्यास अधूरी ही रह जाएगी। मेरी चुत में बहुत तेज खुजली होने लगी थी। मेरी चुत पहले से चुदाई के बारे में सोच सोच के चुदासी हो रखी थी। मेरी चुत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। मुझे कुछ नहीं सूझ रहा था। मैं चुदाई की आग में पूरी तरह जल रही थी। चुकी मैं घर मे अकेली थी। तो अपने रूम में गई और बेड पर लेट गई। और कब मेरी हाथ मेरी चुत पर पहुँच गई मुझे खुद इसका एहसास नहीं हुआ। फिर एक एक कर मैं अपने सारे कपड़े उतार दी। और बैठ गयी और दोनो हाथों से अपनी चुत को फैलाई और आगे झुककर देखने लगी। मेरी चुत पूरी तरह से पानी पानी हुआ पड़ा था। और चुत के अंदर का हिस्सा बिल्कुल खून की तरह लाल दिख रहा था।

 

मैं अपने चुत को सहलाने लगी और चुत के दाने को जोर जोर से रगड़ते हुए ऊपर खींचने लगी। कुछ ही देर में मेरी हाथ बहुत तेजी से चुत को रगड़ रही थी। करीब 15 मिनट तक मैं अपनी चुत को रगड़ी और फिर ढेर सारा पानी किसी झरने की तरह मेरी चुत ने छोड़ी। ये पहली बार था जब मेरी चुत ने इतना पानी छोड़ा था। 2 घंटे के अंदर मैं 3 बार अपनी चुत को रगड़ चुकी थी। और तीनों बार मेरी चुत ने पानी छोड़ा था। और फिर नंगे ही मैं बिस्तर पर पड़ी रही और कब मुझे नींद आ गई मुझे पता भी नहीं चला।

सुमित बोला तुम तो पूरी तरह से रंडी की तरह चुदने के लिए तैयार नंगी बैठी हो।

रात को करीब 3 बजे फ़ोन के घण्टी के कारण मेरी नींद खुली। मैंने देखा कि ये कॉल सुमित के नम्बर से आ रहा था। मैं गुस्से में थी इसलिए फ़ोन पिक नही किया। लेकिन जब दुबारा कॉल आया तो जैसे ही मैं पिक की और हेल्लो बोली उधर से सुमित की आवाज मेरे कानों में गूंजी- मेरी धड़कन, दरवाजा खोलो। मैं बिस्तर पर ही उछल गई। कि सुमित तो लखनऊ गया था फिर दरवाजा खोलने को क्यों बोल रहा है। फिर मैं संभलते हुए बोली। तुम क्या बोल रहे हो दरवाजा खोलने को क्यों बोल रहे हो। तो उसने बोला जल्दी करो मैं वापस आ गया हूँ। और तुम्हारे दरवाजे पर हूँ। मैं उठी तो मुझे होश भी नही था कि मैं पूरी नंगी हूँ। और खिड़की पर गई और उसे खिड़की में आने को बोला तो देखा सच मे सुमित खड़ा था। मैं झट से दरवाजा खोली और उसे अंदर खींच ली। और दरवाजा लगा दी। वह मुझे जोर से हग किया और मेरी होंठो को चूसने लगा। करीब 5 मिनट हम एक दूसरे को किस करते रहे फिर मैं अलग होते हुए बोली कि तुम कैसे आए। तो उसने कहा कि बस तुम्हारी मोहब्बत ने मुझे खिंच लाया। और मुझे नंगा देखकर बोला। कि तुम तो पूरी तरह से रंडी की तरह चुदने के लिए तैयार नंगी बैठी हो।

 

इतना कहते ही वह मेरी चुचियों को मुँह में लेकर पीने लगा। और मेरी चुत को हाथों से रगड़ने लगा। मैं तो पहले से चुदाई की आग में जल रही थी। और अब सुमित की हाथों की जादू ने मेरे चुत में ज्वालामुखी का विस्फोट कर दिया था। मेरी मुँह से आहहहहहहहहह… उऊँहहहहहहहहह… ओऊहहहहहहहहह…. की आवाजें फूटने लगी। मैं सुमित के बेल्ट को ढीला कर चुकी थी और फिर उसने अपना टी शर्ट उतारा। और नीचे बैठ गया और मेरी एक पैर कंधे पर लेकर मेरी चुत पर मुँह रख दिया। और मेरी चुत को चूसने लगा। सुमित की जीभ मेरे चुत पर पड़ते ही मैं पागल हो गई। करीब 5,7 मिनट सुमित मेरे चुत को चूसता रहा फिर मेरी चुत ने रस का फव्वारा छोड़ दिया। सुमित मेरी चुत से निकले पानी को पी गया।

सुमित के लन्ड पर मेरी चुत के टूटे सील की खून लगा हुआ था और मेरी चुत से खून रिसकर मेरी गांड़ को भिगो रहा था

चुत की प्यास

फिर उठा और मुझे गोद मे उठा लिया। और सीधे सोफे पर ले जाकर पटक दिया। फिर वह अपना पैंट और अंडरवियर उतारा तब तक मैं भी पोजिशन में आ चुकी थी। फिर सुमित मेरे एक पैर को कंधे पर रखा और अपना एक घुटना सोफे पर रख दिया। और मेरी चुत पर अपना मोटा लन्ड रखा दिया। और बहुत तेजी से धक्का मारा और उसका लन्ड का सुपाड़ा मेरी चुत में जैसे ही गया मेरी चीख निकल गई। मुझे बहुत तेज दर्द हुआ। मैं सुमित को धक्का देने लगी। लेकिन वह पीछे नहीं हटा बल्कि एक और जोर का धक्का मारा और अब उसका आधा लन्ड मेरी चुत में घुस गया। और तभी उसने तीसरा धक्का मारा और समूचा लन्ड मेरी चुत में समा गया। मेरी आँखों से आंसू बहने लगे मुझे बहुत तेज दर्द होने लगा। लेकिन सुमित को इससे कोई फर्क नही पड़ा और अपना लन्ड बाहर खींचा तो उसकी लन्ड पर खून लगा हुआ था। और मेरी चुत से खून रिसते हुए मेरी गांड़ को भिगो रहा था। और तभी सुमित फिर से अपना लन्ड मेरी चुत में डाल दिया और जोर जोर से धक्के मार के चोदने लगा। मुझे दर्द हो रहा था। और मैं कराह रही थी। लेकिन 8, 10 धक्कों के बाद मेरी दर्द दूर हो गया और अब मुझे बहुत मजा आने लगा। और मेरी मुँह से आहहहहहहहहह ओहहहहहहहहह की आवाजें आने लगी। ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. राज चोदो मेरी चुत।…  आआआहहहहहहह चोदो जोर से..।  मारो मेरे राजा आआआ हहहहहहहहहहहहह…….. पूरा लन्ड मेरी चुत में डाल के चोदो।… आहहहहहहहहहहहहहहह……  ……ओहहहहहहह हहहहहहह सुमित चोदो जान चोदो…… आह हहहहहहहहहहहहह….. बेबी मेरी जान चोदो.  आआआहहहहहहह बहुत प्यासी थी मेरी चुत।  ओह मेरे राजा हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह… आआहहहहहहहहहहहहहह….. सुमित मेरी जान चोदो.  आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत।  मारो मेरे राजा आआहहहहहहहहहहहहहह…….. जोर जोर से चोदो मेरे शेर….. चोदो सुमित चोदो…. चोदो मेरी चुत……. फाड् दो मेरी चुत को… मेरी चुत को चोद के भोसड़ा बना दो….ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. बहुत दिनों से तुम्हारे लन्ड के लिए मैं तड़प रही थी।  आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत।  मारो मेरे राजा आआहहहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… बेबी कितना अच्छा चुत चोदता है तू। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह…..सुमित  मेरी जान चोदो…………तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है…. मेरी बच्चेदानी में धक्का मार रहा है। आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. बहुत बड़ा लंड है तुम्हारा… ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. चोदो। मेरी जान चोदो.  आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो मेरे राजा आआआहहहहहहहहह हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. ओह मेरी जान चोदो.  आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत।  मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह……..  आधे घण्टे तक ताबड़तोड़ चुदाई के बाद सुमित लन्ड पानी छोड़ने वाला था। और मैं अब तक 4 बार झड़ चुकी थी। तभी सुमित का शरीर ऐंठने लगा। और गर्म रस मेरी चुत में छोड़ दिया

 

दोस्तों कैसी लगी टीचर से मेरी चुदाई की कहानी।

हमें उम्मीद है कि आपको हमारी कहानियाँ पसंद आयी होगी और हम आपको बेहतरीन सेक्स कहानियां प्रदान करना जारी रखेंगे ।

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तो आप सब अपना ख्याल रखिएगा। कोविड का सिचुएशन है तो अपना विशेष ख्याल रखिएगा। नमस्कार।

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