जवानी की आग Part 1
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चाची आँचल की जवानी की आग। भाग-1
जैसे ही मैं गाउन ऊपर किया उनकी 40 इंच की बड़ी सी चौड़ी गांड दिखी जिसमे एक स्ट्रिप वाली पैंटी थी। उनकी दोंनो चूतड़ खुले थे। और पैंटी की स्ट्रिप उनकी गांड के दरार में कहीं खोया हुआ था। मेरी हालत तो और खराब हो गयी। फिर मैं उनकी कमर की मालिश करने लगा। उनकी गांड पर मेरा लन्ड टच हो रहा था। और फिर वो बोली कि मेरी जांघो को भी मालिश कर दो। मैं करने लगा। अब वो पैरों को फैला दी और मेरी उंगलिया उनकी जांघो के बीच मे भी जाने लगा उनकी पैंटी को टच कर रहा था। अब मैं जानबूझ के उनकी पैंटी के ऊपर तक करने लगा फिर एक बार जब मेरी हाथ उनकी पैंटी को टच किया तो बिल्कुल गर्म और गीलापन महसूस हुआ। मैं समझ गया कि चाची की चुत पानी छोड़ रहा है चाची मजे ले रही है। अब चाची के।मुँह से आहहहहहहहहहहहहहहहहह…
हेलो फ्रेंड्स। https://nightqueenstories.com के पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।
दोस्तों मेरा नाम राहुल है। मैं बिहार के पूर्णिया जिले का रहने वाला हूँ। लेकिन अभी दिल्ली गोकलपुरी में रहता हूँ।
मैं गाँव से ही 12th पासआउट करने के बाद आगे के पढ़ाई के लिए दिल्ली भेज दिए। अब मैं दिल्ली IIT से इंजीनियरिंग कर रहा हूँ।
ये कहानी मेरे और मेरी हॉट जवान चाची जी की है। मेरी चाची की उम्र 42 साल है। वह थोड़ी भरे बदन की हैं। और उनका फिगर 38-32-40 है। वह एक प्लस साइज मॉडल की तरह दिखती हैं। उनका नाम रेखा है। देखने मे बेहद खूबसूरत हैं। गोकलपुरी में चाचा–चाची का अपना घर है। मेरे चाचा जी की उम्र 54 वर्ष है। वह मेरे चाची से 13 साल बड़े हैं। मेरे चाचाजी Ib में ऑफिसर हैं। उनकी पोस्टिंग भी देश के अलग अलग हिस्सों में होते रहती है। वह दिल्ली में बहुत कम रहते हैं। इसीलिए परिवार बच्चों की पढ़ाई के लिए दिल्ली में स्थायी घर लिए। मेरी चाची भी पढी लिखी महिला हैं। वह मैथ से मास्टर की हैं। मेरी चाची परिवार संभालती जरूर हैं लेकिन हैं बिल्कुल मॉडर्न। दिल्ली में उनकी कई सहेलियां हैं जो साथ मे किटी पार्टी करती हैं।
मेरे चाची के 2 बच्चे हैं। एक लड़का जो मुझसे 1 साल बड़ा है और भुवनेश्वर से पढ़ाई कर रहा है। एक लड़की जिसका नाम साइना है। 16 साल की जो अभी 11th में है।
कैसे मैं चाची को मालिश के बाद चुत की चुदाई किया
एक दिन चाची का पैर फिसल गया और मुड़ गया तो पांव में पूरा सूजन आ गया मैं उस दिन घर पर ही था। चाची जोर से चिल्लाई तो मैं भागे भागे गया और देखा कि वो पैर पकड़ के बैठी कराह रही हैं। मैंने फट से उठाया और बेडरूम में ले गया। और बिस्तर पर बिठा दिया और स्टूल पर उनका पांव रख दिया। और मूव का स्प्रे करने लगा। और ब्लोअर से सिकाई करने लगा लेकिन चाची का पांव में सूजन तेजी से होने लगे तो मैं समझ गया कि पैर मे फ्रैक्चर हो गया है। चाची दर्द से कराह रही थी और उनके आँखों से आंसू बह रहे थे। फिर मैं झट से पेनकिलर दिया और कैब बुक किया 10 मिनट में कैब आ गया चाची उस समय गाउन में थी। तो बोलिं कि ऐसे कैसे जाएंगे। मेरी प्लाजो लाओ उसे पहनने में आसानी होगी। मैं फट से लाया और कुर्ती भी। फिर बोली कि मुझे उठाओ मैंने उनको सहारे से उठाया तो वो अपना गाउन कमर तक उठा दी फिर बिस्तर पर बैठ गई और मुझे बोली कि तुम जाओ, मैं दूसरे कमरे में चला गया फिर वो बैठे बैठे गाउन उतार के कुर्ती पहन ली।
लेकिन प्लाजो नहीं पहन पा रही थी क्योंकि एक पैर उनसे हिलाया नहीं जा रहा था फिर वो मुझे आवाज दीं। मैं गया तो बोली मैं प्लाजो नही पहन पा रही हूं मदद करो। फिर मैं धीरे से उनका चोट वाला पैर उठाया और प्लाजो डाल दिया। फिर दूसरा पैर भी डाला। फिर उनको खड़ा किया और वो उसे ऊपर करने लगी। प्लाजो पहनने के दौरान ही मैंने देखा उनकी जांघे बिल्कुल टाइट मोटी और बिना बालों वाली थी और लाल रंग की पैंटी बिल्कुल कसी हुई लग रही थी। ये देख के मेरे बदन में एक तेज झनझनाहट हुई। फिर हम अस्पताल गए। x-ray हुआ तो डॉ बोला कि हेयर फ्रैक्चर हो गया है पक्का प्लास्टर लगाना पड़ेगा। तो उस दिन कच्चा प्लास्टर लगा दिया और दो दिन बाद पक्का प्लास्टर के लिए बुलाया।
2 दिन बाद पक्का प्लास्टर हो गया। अब चाची के लगभग सारा काम मैं ही करने लगा। क्योंकि मेरी बहन सुबह 6 बजे ही स्कूल चली जाती थी और 3 बजे आती थी। इस दौरान मैं चाची का देखभाल करने लगा। ऐसे ही करीब एक महीना बित गया लेकिन इस एक महीने में मैं कई बार चाची को ब्रा और पैंटी में तो कई बार उनको नंगे भी देखा। यहाँ तक कि कई बार मालिश भी किया और उनकी नंगी पीठ का आनंद लिया। चाची सामने से जब भी मालिश करवाती अपने बूब्स पर तौलिया से कवर कर लेती। कई बार कपड़े चेंज करवाते समय उनकी बड़ी सी बूब्स टच हो जाते तो कई बार बाथरूम से लाने ले जाने में उनकी तौलिया खुल जाती तो उनकी बूब्स दिख जाती। एक दिन तो बाथरूम से लाने समय उनकी तौलिया खुलकर नीचे गिर गया। और वो बिल्कुल नंगी हो गईं। उनके चुत बालों से ढके थे। शायद जब से पैर में चोट लगी थी वो चुत का बाल साफ नहीं कि थी। और वो झुक भी नही सकती थी तो मैं झुकर तौलिया उठाया और उठाते समय अपना हाथ चाची के चुत पर रगड़ दिया। चाची कुछ नहीं बोली। फिर मैं तौलिया उनके बदन पर लपेटने लगा लेकिन मैं बांध नहीं पा रहा था। हाँ बांधने के दौरान चाची के बूब्स खूब टच किए। फिर चाची बोली तुमसे नही होगा मुझे ऐसे ही बेडरूम में ले चलो। मैं उन्हें नंगे बेडरूम में ले जाने लगा। इस दौरान उनकी बड़ी बड़ी बूब्स मेरे हाथों और सीने पर टच हो रहे थे।
चाची का नंगा जिस्म देखकर और उनकी बूब्स का स्पर्श पाकर मेरा लन्ड खड़ा हो गया। और जब मैं चाची को बिस्तर पर बैठाया तो शॉर्ट्स के अंदर उभरा हुआ लन्ड साफ दिख गया। चाची एकटक देखी फिर मुस्कुरा दी। और बोली कि अलमारी में में मेरी ब्रा और पैंटी है दो। मैं अलमारी खोला तो देखा उसमें ढेर सारे ब्रा पैंटी के सेट्स थे। तो मैंने पूछा चाची कौन सी कलर की दूं तो चाची बोली कोई भी दे दो। फिर मैं ब्लैक रंग का लाकर दिया। वो बैठे बैठे ब्रा पहनी और मुझे बोली कि राहुल मेरी ब्रा की हुक लगा दो। मैंने लगा दिया। इस दौरान चाची अपनी चुत को तौलिया से ढक रखी थी। और फिर ऑन्टी बोली कि मेरे पैरों में पैंटी डाल दो। मैं बारी बारी दोनों पैरों में पैंटी डाला और चाची को सहारा देकर उठाया तो उनकी तौलिया हट गई और एक बार फिर से चाची के झांटो वाली चुत के दर्शन हुए। फिर वो पैंटी को ऊपर कर ली। और फिर मुझसे बोली कि गाउन दो। उनकी चॉकलेटी कलर की गाउन बहुत सेक्सी थी। मैं गाउन दिया और उनको पहनाया भी।
चाची के प्रति अब मेरा नजरिया बिल्कुल बदल चुका था। कुछ दिन पहले जो चाची एक घर की महिला लगती थी। अचानक से मेरी नजरों में अब वो मेरी हवस की देवी लगने लगी थी। अब चाची में मुझे अपनी गर्लफ्रेंड और हमउम्र दिखने लगी। मैं अब रोज चाची के नाम का मुठ मारने लगा। यहाँ तक कि चाची के ब्रा पैंटी में मुठ मार के वीर्य गिरा देता। और चाची के खोले हुए पैंटी को सूंघता। अब चाची भी मुझसे कम ही शर्माती थी और हमउम्र की तरह, एक दोस्त की तरह पेश आती थी। यहाँ तक कि मेरे सामने नंगे होकर कपड़े तक चेंज करने में नहीं हिचकिचाती थी। और मेरे सामने ही कपड़े चेंज करने लगती थी।
एक दिन चाची के पैरों में पांव से कमर तक दर्द होने लगा। तो मैंने पेनकिलर दिया और बोला कि आप लेट जाओ मैं मूव लगा देता हूँ। तो चाची बोली की मूव पूरा पैर में कितना लगाओगे। पांव में बस लगा दो। फिर मैं मूव लगाया और फिर चाची बोली कि तेल गरम करके लाओ मैं पैरों की मालिश कर लेती हूँ। मैं दे दिया लेकिन वो ठीक से नही लगा पा रही थी। तो मैंने कहा आप लेट जाओ मैं लगा देता हूँ। वो लेट गयी और गाउन घुटनो तक उठा दी मैं अच्छे से मालिश किया तो थोड़ा आराम मिला फिर वो गाउन जांघो तक उठा दी और बोली ऊपर भी मालिश कर दो।
चाची की पैंटी की स्ट्रिप गांड़ के दरार में कहीं खोया हुआ था
क्या बताऊँ दोस्तों उनकी गोरी केले के तने की तरह मोटी चिकनी जांघे देखकर मेरा लन्ड खड़ा हो गया। मैं शॉर्ट्स में था। और लन्ड का उभार साफ दिखने लगा। चाची को अच्छा लग रहा था। तो वो उल्टा लेट गयी और बोली कमर में भी मालिश कर दो दर्द ठीक हो जाएगा। फिर मैं बोला कि आपका गाउन है तो कैसे करूँ। तो वो बोली कि गाउन ऊपर कर दो। जैसे ही मैं गाउन ऊपर किया उनकी 40 इंच की बड़ी सी चौड़ी गांड दिखी जिसमे एक स्ट्रिप वाली पैंटी थी। उनकी दोंनो चूतड़ खुले थे। और पैंटी की स्ट्रिप उनकी गांड के दरार में कहीं खोया हुआ था। मेरी हालत तो और खराब हो गयी। फिर मैं उनकी कमर की मालिश करने लगा। उनकी गांड पर मेरा लन्ड टच हो रहा था। और फिर वो बोली कि मेरी जांघो को भी मालिश कर दो। मैं करने लगा। अब वो पैरों को फैला दी उनकी चिकनी जांघो पर मेरा हाथ ऐसे फिसल रहा था जैसे मक्खन लगे हों। मुझे उनकी जांघो को मालिश करना बहुत अच्छा लग रहा था। अब मैं थोड़ी शरारत करने लगा और मेरी उंगलिया उनकी जांघो के बीच मे भी जाने लगा उनकी पैंटी को टच कर रहा था। अब मैं जानबूझ के उनकी पैंटी के ऊपर तक मालिश करने लगा। फिर एक बार जब मेरी हाथ उनकी जांघो के बीच मे पूरा ऊपर गया और पैंटी को टच किया तो बिल्कुल गर्म और गीलापन महसूस हुआ। मैं समझ गया कि चाची की चुत पानी छोड़ रहा है चाची मजे ले रही है। चाची की चुत गीली हो चुकी थी और चुत के पास पूरा लसलसा हो गया था। उनकी पैंटी गीली हो चुकी थी। और चाची के चुत के पानी से भीनी भीनी मदहोश कर देने वाली खुशबू आ रही थी। जो मेरे नाक में जा रहे थे। ऐसी खुशबू मुझे जीवन मे पहली बार मिल रहे थे। अब चाची के मुँह से आहहहहहहहहहहहहहहहहह… ऊँहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सससीईईईईईईसिईईईई की आवाजें आने लगी। मैंने देखा कि चाची विरोध करने के बजाए मजे ले रही हैं तो मेरा हौसला और बढ़ गया। तो मैं अब चाची के चुत पर हाथ रगड़ देता जिससे चाची चिहुंक जाती। फिर चाची सीधी हो गयी और बोली कि जांघो को अच्छे से मालिश कर दो। मैं करने लगा। चाची की पैंटी चुत के पास पूरा गीला हो गया था। जो साफ दिख रहा था और अब और भी तेज खुशबू आने लगा। और वहाँ से एक मनमोहक खुशबू आ रहा था। अब मेरी उंगलिया चाची के चुत पर बार बार और तेजी से रगड़ने लगा। चाची आंख बंद करके मजे ले रही थी वह कुछ नही बोल रही थी। फिर मैं साइड से पैंटी हटाया और उनकी चुत पर उंगली फिराया चाची तो सिहर गयी और पूरा बदन ऐंठ दी। उनकी चुत का दाना गहरे रंग का था और चुत से पानी बह रहा था। फिर मैं चाची के चुत में उँगली डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा। चाची बदन को मरोड़ते हुए आहहहहहहहहहहहहहहहहह… ऊँहहहहहहहहहहहहहहहहह….. सससीईईईईईईसिईईईई कर रही थी। करीब 7,8 मिनट चुत में उँगली करने के बाद चाची का चुत ढेर सारा पानी छोड़ दिया। फिर चाची बोली कि पैंटी उतार दो। मैं जैसे ही पैंटी उतारा कॉलबेल बजी। समय का पता नहीं चला 3 बज गए थे और साइना स्कूल से आ गई थी।
फिर हड़बड़ा कर चाची बोली कि साइना आ गयी तुम जाकर अपने रूम में जाओ मैं दरवाजा खोलती हूँ। तो मैं बोला कि आप कैसे जाओगी मैं खोल देता हूँ। तो बोली मुझे झट से गाउन पहनाओ। मैं पहना दिया। और अपने रूम में चला गया। और फिर चाची दरवाजा खोली। तो साइना बोली क्या कर रही थी इतना देर लगा दी दरवाजा खोलने में और भईया कहाँ है। घर पर नही है क्या? तो चाची बोली कि सो रहा है और मुझे आने में टाइम तो लगेगा। मैं ठीक से चल नहीं पा रही हूं तो। और आज मेरी कमर और पैरों में दर्द भी हो रहा है। फिर साइना अपने रूम में चली गई।
दोस्तों उस दिन चाची की चुत प्यासी ही रह गई और मुझे भी चुत मिलते मिलते रह गया।
तो कहानी का अगला भाग में पढ़िए की कैसे मैंने चाची को चोदा।
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कमेंट और लाइक करना न भूलें। मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “दीदी की चुत में ऑन्टी का लन्ड”
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The End