किराएदार बना मालकिन के चुत का राजा

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बेवफा पति के कारण किराएदार बना मालकिन के चुत का राजा

मेरा नाम जसप्रीत है मैं देहरादून की रहने वाली हूं, मेरी उम्र 27 वर्ष है। मेरा अरेंज मैरिज है लेकिन मैं शादी से पहले करीब 6 महीने तक अपने हस्बैंड से टच में थी। और हमदोंनो एक दूसरे के साथ समय बिताए और जाना। मेरी शादी को अब डेढ़ साल हो चुके हैं।

जब मेरी शादी हुई उसके बाद मैं और मेरे पति हनीमून मनाने मालदीव गए थे। मेरे पति का नाम आशीष है वे आर्मी में अफसर हैं। हमदोंनो बहुत खुश हैं। आशीष बहुत अच्छे नेचर के और केयरिंग हैं और यही देखकर मैं उनसे शादी की। हनीमून के दौरान ही वो मुझसे मेरे पास्ट लाइफ के बारे में पूछे थे तो मैं उनसे बताई कि कॉलेज के दिनों में मुझे एक लड़के पर क्रश था लेकिन वह किसी और को चाहता था। मैं उसे प्रोपोज़ भि की थी लेकिन वह ठुकरा दिया और कॉलेज के ही मेरी एक सहेली से शादी किया है। अब वो दोनो लंदन में शिफ्ट हो गए हैं। और कॉलेज के बाद मैं उनसे कभी बात नही की ना कोई सम्पर्क है उनसे। तो वे बहुत खुश हुए की मैं उनसे सच बताया। और मेरी तरीफ करते हुए वो बोले कि तुम बहुत अच्छी हो। शायद ही कोई लड़की होगी जो अपने हस्बैंड से अपने पास्ट लाइफ के बारे में बताए।

जबकि मैं पूरी तरह से झूठ बोली थी। क्योंकि मेरा एक नही बल्कि कई लड़को से अफेयर रह चुका था। और मैं 3 लड़कों से शादी से पहले चुद चुकी थी।

दोस्तों हमारी शादी शुदा जिंदगी बहुत अच्छे से चल रही थी। हम एक साल तक साथ ही रहे। लेकिन पिछले 6 महीने से आशीष का व्यवहार मेरे प्रति बिल्कुल चेंज हो गया है। अब वो कोई ना कोई बहाना बनाकर अकेले ही रहते हैं और मैं देहरादून में रहती हूँ। वो कभी कभी देहरादून छुट्टियों में आते हैं। लेकिन आर्मी वालों को कितनी छुट्टी मिलती है सब जानते हैं। अब वो मुझसे बात भी बहुत कम करते हैं।

मैंने आशीष से इस बारे में पूछा तो वह कहने लगे कि मैं अपने काम में ज्यादा बिजी हो गया हूं इसलिए मैं तुम्हें समय नहीं दे पा रहा हूं। मैंने आशीष से कहा कि मुझे लगा शायद आप मेरी किसी बात को अपने दिल पर लगा कर बैठे हैं इसलिए मुझसे बात नही कर रहे हैं। तो आशीष मुझसे कहने लगे ऐसी कोई भी बात नहीं है तुम बेकार में अपने दिमाग में यह सब फितूर बैठा रही हो। आशीष के माता पिता भी मेरे साथ ही रहते हैं और आशीष के पिताजी अब रिटायर हो चुके है वो भी आर्मी में ऑफिसर थे। चुकी हमारा घर बहुत बड़ा है इसलिए हमारे घर में किराएदार भी रहते हैं। उनमें से एक का नाम सोहन है और वह शादीशुदा है। उन्हें हमारे घर पर रहते हुए काफी समय हो चुका है इसलिए उनके साथ हमारा रिलेशन बहुत अच्छा है। मेरे शादी से पहले से सोहन रह रहा है इसलिए वो परिवार की तरह हो गया है।

आशीष से उनकी बहुत बनती है और आशीष के नौकरी लगने से पहले दोनो साथ समय बिताते थे। दोनो अच्छे दोस्त की तरह हैं। अभी आशीष की देहरादून में ही पोस्टिंग है। तो उस दिन आशीष ने मुझे अपने ऑफिस से फोन किया और कहने लगे कि तुम तैयार हो जाना मैं आज जल्दी घर आ जाऊंगा मैंने उन्हें कहा ठीक है वह कहने लगे कि हमें किसी रिश्तेदार के घर पर जाना है उन्होंने एक छोटी सी पार्टी रखी है और उन्होंने हमें निमंत्रण दिया है। तो मैंने उनसे कहा कि आपने मुझे यह सब पहले क्यों नहीं बताया तो वह कहने लगे कि मुझे भी उन्होंने अभी कुछ देर पहले ही फोन किया था और कहा कि हम लोगों ने ज्यादा बडा अरेंजमेंट नहीं किया है। बस खास लोगों को ही बुलाया है। तो मैं जल्दी जल्दी तैयार होने लगी और उसके बाद आशीष घर आ गए लेकिन मैं अभी भी तैयार नहीं हुई थी और आशीष मुझसे कहने लगे कि मैंने तुम्हें 4 घंटे पहले ही फोन कर दिया था लेकिन तुम उसके बावजूद भी अभी तक तैयार नहीं हुई हो मैंने आशीष से कहा कि तैयार होने में समय लगता है मैं घर का काम कर रही थी और मुझे बिल्कुल भी समय नहीं मिल पाया इसीलिए मैं तैयार नहीं हो पाई थी। घर का काम खत्म होने के बाद ही तो तैयार होती। मैं अब जल्दी जल्दी तैयार होने लगी लेकिन आशीष मुझ पर बहुत गुस्सा हो गए और वह कहने लगे यदि तुम्हें ज्यादा समय लग जाएगा तो हम लोग वहां लेट से पहुंचेंगे। मैंने आशीष से कहा मैं जल्दी से तैयार हो जाती हूँ बस थोड़ी देर रुको। लेकिन आशीष मुझ पर बहुत गुस्सा हो गया और उसके बाद जब हम लोग उनके घर पहुंचे तो सच मे हमें काफी लेट हो चुकी थी। वह लोग पूछने लगे कि तुम लोग काफी लेट आ रहे हो, आशीष ने उन्हें कहा कि हमें रास्ते में आने में बहुत देर हो गई क्योंकि रास्ते में बहुत ट्रैफिक था इसी वजह से हम लोग लेट हो गए। अब हम लोग उनकी पार्टी में बैठे हुए थे और आशीष मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं कर रहे थे वो मुझ पर बहुत गुस्सा थे। मैंने उनसे बात की तो वह कहने लगे की तुम हमेशा ही इस प्रकार से करती हो। मैंने उन्हें कहा कि मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया मुझे लेट हो गई क्योंकि घर का बहुत काम था लेकिन थोड़ी देर बाद आशीष का मूड ठीक हो गया और वह भी मुझसे बात करने लगे। हम दोनों ही अब बात कर रहे थे और कुछ देर बाद आशीष और मैं डांस भी करने लगे। आशीष अब पूरी तह से खुश थे।

हमने कुछ देर तक डांस किया फिर खाना पीना खाए और जब पार्टी खत्म हो गई तो हम लोग अपने घर आ गए। जब हम लोग घर आ रहे थे तो उस वक्त मैंने आशीष से उसका फोन ले लिया और जब मैंने उनका फोन देखा तो वो किसी लड़की के साथ अपनी फोटो अपने मोबाइल में डाली हुई थी। मैंने उस वक्त उनसे कुछ भी नहीं कहा लेकिन वह फोटो अपने फ़ोन में ले ली। लेकिन कुछ दिनों बाद मैंने जब आशीष से इस बारे में पूछा तो आशीष मुझे कहने लगे कि वह मेरी दोस्त है, मैंने उन्हें कहा कि आज तक कभी भी आपने मुझे उसके बारे में नहीं बताया। आशीष कहने लगे कि मैं हर चीज तुम्हें बताकर नहीं करूंगा और वह मुझ पर बहुत भड़क गए। उस दिन वह मुझ पर इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने आज से पहले कभी भी इस प्रकार से मुझसे बात नहीं की थी वो काफी अग्रेसिव दिखाई दे रहे थे। लेकिन उस दिन उन्होंने मुझसे बहुत ही उदण्डता से बात की। मुझे भी बहुत बुरा लगा और उनका गुस्सा से मेरे दिमाग में अब यह बात बैठ चुकी थी कि आशीष का उस लड़की के साथ अफेयर है इसीलिए मैं हमेशा ही आशीष से इस बारे में पूछती थी लेकिन वह मुझे कभी भी नहीं बताते थे।

तो मैंने एक दिन सोहन जी से इस बारे में पूछा और कहा कि यदि आपको इस बारे में कुछ पता है तो आप मुझे बता दीजिए, वह कहने लगे कि मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता, आशीष से मेरा बातचीत होता जरूर है लेकिन मुझे इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है।

एक दिन फिर से मैं आशीष का फोन चेक की तो कुछ और फोटो उस लड़की का था आशीष के साथ। आशीष तो अब मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं करता था और वह मुझे कहता कि तुम मुझ पर शक करती हो, मैंने उन्हें कहा कि मैं तुम पर बिल्कुल भी शक नहीं करती। लेकिन मुझे यह आभास हो चुका था कि आशीष झूठ बोल रहा है और उसकी अन्य महिला के साथ कुछ न कुछ तो चक्कर चल रहा है इसलिए मैंने उसे अब बिल्कुल भी बोलना छोड़ दिया था।

एक दिन सोहन जी घर पर ही थे और उस दिन मैं उनसे आशीष के बारे में फिर से पूछने लगी, तो वह मुझे कहने लगे कि मुझे इस बारे में वाकई में नहीं पता लेकिन उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या तुम दोनों के रिलेशन में कुछ परेशानियां चल रही है, मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया और वह कहने लगे कि तुम्हें इस बारे में आशीष से ही बात करनी चाहिए। मैंने उन्हें कहा कि मैं आशीष से इस बारे में कई बार बात कर चुकी हूं लेकिन वह हमेशा ही बात को घुमा देते हैं और मुझसे बिल्कुल भी इस बारे में बात नहीं करते। गुस्सा भी हो जाते हैं। और उल्टा मुझपर इल्जाम लगाते हैं कि तुम मुझ पर शक करती हो। तो सोहन बोले कि ठीक है मैं इस बारे मे आशीष से बात करूंगा और उसे समझाने की कोशिश करूंगा। मैंने उन्हें कहा कि आपकी बात यदि वह मान जाए तो मेरा रिश्ता टूटने से बच जाएगा क्योंकि अब हम दोनों के बीच में बिल्कुल भी प्यार नहीं बचा है। मेरी शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ है। मैं काफी परेशान हूँ। मैं अपने घरवालों से इस बारे में बात नही करना चाहती। सोहन जी कहने लगे कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, मैं इस बारे में आशीष से जरूर बात करूंगा।

मैं उठी और सोहन के लंड को पकड़ ली और मुँह में ले ली उनका लन्ड आशीष के लन्ड से बहुत बड़ा था और मेरे गले से भी नीचे चला जा रहा था

मैं रो रही थी तो सोहन जी कहने लगे कि आप रोइए मत और अंदर आकर बैठिए। मै उनके साथ उनके कमरे में चली गई और वो मुझे बिस्तर पर बैठने को बोले। मैं बैठ गई तो वो पानी दिए मैं 2 घूंट पी और ग्लास किनारे रख दी। सोहन मेरे सामने चेयर पर बैठे हुए थे। फिर हम दोनों बातें करने लगे। लेकिन कुछ देर बाद मेरी नजर उनकी पैंट की जीप के पास गई तो कुछ हिलता हुआ प्रतीत हुआ और मेरी नजर गई तो देखी सोहन का लन्ड खड़ा था। और लोअर के अंदर उभरा हुआ था।

फिर जब मैं उनकी आंखों में देखी तो वो मुस्कुरा रहे थे। और बोले मुझे पता है तुम बहुत परेशान हो और आशीष तुमसे 6 महीने से अच्छे से बात भी नही किया। और इस उम्र में तो जो चीज रोज चाहिए वह 6 महीने तक ना मिले तो कोई भी इंसान मानसिक बीमार हो जाएगा। जसप्रीत मुझे पता है तुम्हे क्या चाहिए मैं ये नही कह सकता की आशीष तुमसे ठीक से पेश आएगा कि नही लेकिन मैं तुम्हे वो चीज दे सकता हूँ जिसकी तुम्हे सख्त जरूरत है। मैं तुम्हारी तड़प शांत कर सकता हूँ। पिछले 6 महीने की प्यास बुझा सकता हूँ। सोहन की ये बातें सुनकर मानो मुझमे एक नया विस्वास के साथ नया जोश आ गया मैं उठी और सोहन से लिपट गई और उसके लन्ड को पकड़ ली।

मैंने उनके लंड पर अपना हाथ रखा तो मुझे भी बड़ा अच्छा महसूस हुआ आखिर मुझे भी तो यह चाहिए था। और सोहन ने ठीक ही तो कहा था। उसके बाद उन्होंने अपने लंड को बाहर निकाल दिया और मैंने जैसे ही उनके लंड को देखा तो मुझे बहुत जोश आ गया। और मैंने उनके लंड को अपने मुंह के अंदर डाल लिया और चूसने लगी। उनके लंड को अपने गले के अंदर तक ले लिया। मुझे बहुत मजा आ रहा था जब मैं उनके लंड को अपने मुंह के अंदर ले रही थी। काफी देर तक मैंने उनके लंड को ऐसे ही चूसा उसके बाद उन्होंने मेरे सारे कपड़े खोल दिए मुझे नंगा कर दिया। जब उन्होंने मेरे बड़ी बड़ी कसी हुई चुचियों को चूसा तो मुझे बड़ा अच्छा लगा उन्होंने मेरे स्तनों पर अपने दांत के निशान दे दिए।

मेरी चुत से कुछ ज्यादा ही पानी बाहर की तरफ आने लगा था और जैसे ही सोहन ने अपना लंड मेरे चुत पर रखा मैं कांप गई। मेरे रोएं गनगना गए। और मैं उनकी कमर को पकड़ कर तेजी से खिंचा जिससे उनका समूचा लन्ड मेरे चुत में समा गया।

सोहन बहुत तेज गति से मुझे चोदने लगे। मुझे बहुत आनंद आ रहा था वह जिस प्रकार से मुझे धक्के दे रहे थे। मैं अपने मुंह से मादक आवाज निकाल रही थी और उनको और जोर जोर से चोदने के लिए उकसा रही थी। उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ईईर्ररर्राहहहहहहहहह… ऊँहऊँहऊँहउहहहहहहहहहहह बेबी…..

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…

आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii .. और जोर से चोद चोद मुझे।।। ..आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii आज मुझे रंडी बना ले अपनी .. और जोर से चोद.. आह फाड़ डाल मेरी चुत। आहहहहहहहहह मेरे राजा… आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii .. और जोर से चोद चोद मुझे।।। ..आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii आज मुझे रंडी बना ले अपनी .. और जोर से चोद.. आह फाड़ डाल मेरी चुत। आहहहहहहहहह मेरे राजा… चोदो जोर से……. आहहहहहहहहहहहहह पूरे ताकत से चोदो…. मेरी चुत को फाड़ डालो…..

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. इरर्राहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो इरर्राहहहहहहहहहहहहहह…….. चोदो मेरी जान आहहहहहहहहहहहहहहह……

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. इरर्राहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो इरर्राहहहहहहहहहहहहहह…….. चोदो मेरी जान आहहहहहहहहहहहहहहह……

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मेरी इस रंडिपन ने उन्हें और जोश में ला दिया उन्होंने मेरे दोनों चुचियों को कसकर पकड़ लिया और मैंने अपने दोनों पैरो को चौडे किए हुए थी उनका लंड मेरी चूत के पूरे अंदर तक जा रहा था मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। काफी देर उन्होंने इसी पोजिशन में चोदा उसके बाद उन्होंने मुझे उल्टा लेटा दिया और मेरे ऊपर से उन्होंने जैसे ही अपने लंड को मेरी चुत के अंदर डाला तो मुझे बड़ा दर्द महसूस हुआ लेकिन कुछ देर बाद मुझे अच्छा महसूस होने लगा। मैं भी अपनी चूतडो को उनकी तरफ उठा रही थी और वह मुझे बड़ी तेजी से चोद रहे थे। सोहन कह रहे थे मुझे तुम्हें चोदने में बहुत मजा आ रहा है मैं भी पिछले 4 महीने से चुत के लिए तरस रहा था। आज मैं तुम्हारी चुत फाड़ दूँगा। मुझे भी उनका लंड अपनी चुत में लेकर बड़ा अच्छा लग रहा था लेकिन हम दोनों ही एक दूसरे की रगडन को झेल नहीं पाए और मेरे साथ साथ सोहन का वीर्य मेरी चुत में गिर गया।

और इसी के साथ पिछले 6 महीने से बंजर पड़ी मेरी चुत में लन्ड का गाढ़ा रस से सराबोर हो गया। अब मैं आशीष से कोई शिकायत नही करती और मजे से सोहन से रोज चुदवाती हूँ। और अब तो मैं सोहन के बच्चे की माँ भी बनने वाली हूँ।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “गर्लफ्रेंड की बहन का चुत मिला तोहफे में”

अपना ख्याल राखिएग। धन्यवाद। नमस्कार।।

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