पाकिस्तानी चुत में इंडियन लंड

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सहेली के हस्बैंड की मैं रखैल बनकर चुदी – पाकिस्तानी चुत में इंडियन लंड

हैलो दोस्तों कैसे हो आप सब। उम्मीद करता हूँ सभी खैरियत से होंगे। मेरा नाम सना सैफी है मैं लाहौर पाकिस्तान की रहने वाली हूँ लेकिन पिछले 6 साल से मैं लंदन में रहती हूँ। दरअसल मुझे एक हिंदुस्तानी लड़के से मोहब्बत हो गया था। जिनका नाम कुंदन अग्निहोत्री है। और हमने शादी कर ली। बाद में उनको लंदन में जॉब मिल गया तो मैं उनके साथ यही शिफ्ट हो गई।

लेकिन यह कहानी मेरे और हस्बैंड की नही बल्कि मेरे और मेरी सहेली के हस्बैंड की है। हां दोस्तों दरअसल आज से 2 साल पहले की बात है।

वैसे तो मैं अपने हस्बैंड से बेपनाह मोहब्बत करती हूँ। और हमारा शादी शुदा जीवन बहुत मजे में काट रहा है। मैं बहुत हॉर्नी हूँ भले मेरी शादी को 7 साल हो गए हों लेकिन मुझे रोज चुदाई चाहिए होता है। ये कह सकते हो कि चुदाई मेरी कमजोरी है। मेरे हस्बैंड भी बहुत सेक्सी हैं और मुझे वो हर बार खुश कर देते हैं। मेरे हस्बैंड थके हारे भी रहते हैं तब भी वो मुझे चोदने के लिए तैयार हो जाते हैं। अक्सर मैं ही शुरुआत करती हूँ। वैसे मैं उनको बहुत अच्छे से समझ चुकी हूं और किसी दिन उनका मूड नही होता हैं तो मैं भांप जाती हूँ और उन्हें किसी ना किसी तरह तैयार कर ही लेती हूँ। ये तो हुई मेरे हस्बैंड के साथ चुदाई की कहानी।

लेकिन जो असली कहानी है उसपर आते हैं। मेरी एक सहेली है जिसका नाम सिम्मी है वो सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। और उसका हस्बैंड भी सेम जॉब पर है। और वे दोनों हमारे बहुत क्लोज हैं वो लंदन में ही रहते हैं। उनका नाम सिम्मी और प्रदीप है। वे दोनों ही इंडिया से हैं।

कैसे एक एक्सीडेंट ने मुझे सहेली के हस्बैंड के बिस्तर का रानी बना दिया। और मेरी चुत रंडिपन की सारी हदें पार कर दी

एक बार मेरे हस्बैंड का प्रोमोशन हुआ और उनकी कम्पनी उन्हें 3 महीने की ट्रेनिंग के लिए US बुला ली। दरअसल उनकी कम्पनी का हेड ऑफिस US में ही है। तो अब मुझे 3 महीने अकेले ही रहना था। मेरे हस्बैंड को गए हुए लगभग 10 दिन हो चुका था। और एक दिन मैं बाथरूम से निकल रही थी तो मेरा पांव फिसल गया और मैं फर्श पर धड़ाम से गिर पड़ी। मैं तब बिल्कुल नंगी थी। और मेरे लेफ्ट पैर बुरी तरह मुड़ गया। मुझे इतनी दर्द होने लगी कि मैं होश खोने लगी और रोने लगी। जो पैर मुड़ा था उसमें इंस्टेन्टली स्वेलिंग होने लगी और देखते देखते मेरा पूरा पांव सूज गया। मैं घिसटते हुए बेडरूम में गई और कैसे करके गाउन पहनी। और बिस्तर पर लेट गई मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा था चोट तो मुझे कमर में भी बहुत लगी थी लेकिन पाव के दर्द के कारण वो महसूस नही हो रहा था। फिर मैं बिस्तर के सिरहाने से पेन किलर उठाई और बिना पानी के ही निगल गई।

अब मैं सोचने लगी कि क्या करूँ अपने हस्बैंड को फोन करती तो वो परेशान हो जाते। फिर मैं सिम्मी को कॉल की तो वो बोली कि यार मैं 3 दिन पहले ही इंडिया आयी हूँ मेरी माँ की अचानक तबियत बिगड़ गई थी। तो मुझे आना पड़ा और अब मैं यहां से 1 महीने बाद ही आऊंगी क्योंकि मेरी कम्पनी मुझे 1 महीने की लिव ग्रांट कर दी है। फिर वो बोली कि मैं प्रदीप को कॉल कर देती हूँ वो तुम्हारा मदद कर देंगे। तो मैंने मना किया कि नही रहने दो उनको परेशान मत करो मैं मैनेज कर लुंगी। लेकिन वो बोली तुम चुप रहो तुम्हारे पैर में बुरी तरह चोट लगी है। मैं उनको कॉल करके अभी भेजती हूँ। उनको वहां से तुम्हारे पास पहुँचने में लगभग 1 घण्टे का समय लगेगा। इसलिए तुम इमरजेंसी नम्बर पर कॉल करके हॉस्पिटल चली जाओ और बताओ कि किस हॉस्पिटल में हो वो वही पहुँच जाएंगे। फिर वह कॉल रख दी।

मैं हॉस्पिटल चली गई और वहीं से प्रदीप को लाइव लोकेशन सेंड कर दी। उनके आते तक मेरा x-ray हो चुका था। और मेरे पाव में फ्रैक्चर भी हो चुका था सो मैं परेशान हो गई। तब तक प्रदीप आ गए तो डॉ उनको सब बता दी। और मेरे पैर में प्लास्टर चढ़ गया। और हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गया और मैं वहां से प्रदीप की गाड़ी में ही घर आ गई। फिर घर आकर अपने हस्बैंड को कॉल की और सारी बात बताई तो वो परेशान हो गए और अगले दिन आने को बोले तो मैं बोली कि आप परेशान मत हो मैं ठीक हूँ और मैनेज कर लुंगी। फिर मेरे हस्बैंड प्रदीप से बात करने लगे और उनको बोले कि कुछ दिन के लिए तुम सना को अपने साथ घर ले जाओ तुम ख्याल रखना उनका। लेकिन मैं मना करने लगी तो हस्बैंड बोले कि फिर मैं आ जाऊंगा।

उनके फोर्स करने की वजह से मैं प्रदीप के घर जाने के लिए तैयार हो गई। और हम शाम तक प्रदीप के घर पहुँच गए। यहां सिम्मी नही थी तो मुझे थोड़ा अटपटा लग रहा था। लेकिन कर भी क्या सकते थे। चुकी मुझे चोट कमर में भी लगी थी और गर्म पट्टी बंधी हुई थी। इसलिए डॉक्टर एक जेल दी थी और बोली 3 टाइम इससे मालिश कीजिए और गर्म पट्टी बांधिए।

रात को प्रदीप ही डिनर बनाए और हमदोंनो डिनर किये उनके घर मे 2 रूम था तो एक मे मैं हो ली। फिर रात को मैं जैसे तैसे कपड़े चेंज की और गाउन पहनी। प्रदीप बार बार मुझसे मदद के लिए बोल रहे थे लेकिन मैं बोल रही थी कि मैं ठीक हूँ। फिर हम सो गए रात करीब 1 बजे मेरे कमर वाले चोट में बहुत दर्द होने लगा। ये दर्द बहुत तीखा चुभने जैसे होने लगा। मुझे नही रहा जा रहा था। फिर मैं पेन किलर खाई तब भी नही ठीक हो रहा था। और मैं चिल्लाने लगी तो प्रदीप की नींद खुल गई वो आए तो मुझे बहुत बुरा लगा कि मेरी वजह से उनकी भी नींद खराब हो रही। तब वो मुझसे पूछे तो मैं बताई की कमर वाले चोट में दर्द हो रहा। फिर वो बोले मैं जेल से मालिश कर देता हूँ।

लेकिन कमर में मैं उनसे कैसे मालिश करवाती इसलिए मैं मना करने लगी। तो वो भी परेशान हो गए मेरा दर्द देखकर। फिर बोले कोई बात नही मैं कर देता हूँ। फिर मैं मान गई। और वह बोले कि आप गाउन ऊपर कर लो। और मै गाउन ऊपर करके उल्टा होकर लेट गई। मैं चुकी स्ट्रिप वाली पैंटी ही पहनती हूँ तो मेरी दोनो चूतड़ बिल्कुल खुले थे। और मेरी बड़ी सी गांड़ अब उनके सामने थी। और वो जेल लगाकर मालिश करने लगे। और थोड़ी ही देर में मुझे आराम मिलने लगा लेकिन दोस्तों मैं क्या बताऊँ जैसे जैसे दर्द कम हो रहा था। प्रदीप की उंगलियो से मुझे दूसरी दर्द उठ रहा था। चुकी मैं अपने हस्बैंड से पिछले 10 दिन से दूर थी। और आप सब जानते हैं कि मैं कितनी हॉर्नी हूँ। मेरे बदन में करंट दौड़ना शुरू हो गया था और लाख कोशिस के बाद मैं अपने मुँह से कामुक आवाज को नही रोक पाई थी। और बीच बीच मे दो बार आहहहहहहहहहहहहहहहहह.. की आवाज निकल चुकी थी।

जैसे जैसे प्रदीप की उंगलिया मेरे कमर पर चल रही थी मेरे जिस्म में खिंचाव बढ़ता जा रहा था यहाँ तक कि मेरी चुत गीली होने लगी थी। शायद प्रदीप को ये एहसास हो गया था और वो भी मेरे इन गोरे गांड़ को देखकर नशे में हो चुके थे। और अब वो कमर पर मालिश के साथ मेरे चूतड़ों को भी मसल रहे थे। और जल्द ही उनकी उंगलिया मेरे चूतड़ों के नीचे मेरे पैंटी के उस हिस्से पर जाने लगी जहां मेरी चुत थी। मैं उनको ऐसा करने से रोक नही पा रही थी। और उनकी कदम आगे बढ़ते जा रहे थे। मेरा दर्द बिल्कुल गायब हो चुका था। लेकिन मेरी चुत की तपिश बढ़ चुकी थी। अब वो मेरी चुत पर हाथ रगड़ने लगे मेरी पैंटी बिल्कुल गीली ही चुकी थी। और एक अजीब खुशबू चुत से निकलने लगी थी।

जैसे ही उनकी होंठ मेरे चुत पर टच हुए अचानक मैं उनके सर को पकड़ कर कस के दबा दी और दोनो पैरो से उनके गर्दन को पकड़कर दबाने लगी।

और मेरे मुँह से सिसकारियों का अंबार फुट पड़ा मैं अब नही रोक पा रही थी और मेरे मुँह से सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई की मादक आवाजें निकलने लगी। प्रदीप अब मेरी पैंटी को उतारने लगे और देखते ही देखते पैंटी मेरे पैरों से निकालकर फेक दिए। मैं कुछ नही बोल पाई। और वो अब मेरी गीली चुत पर हाथ रगड़ने लगे। और मेरे पैरों को और चौड़ा कर दिए। जिससे मेरी चुत का दाना पर रगड़ होने लगा। मैं सिहर गई एयर लगातार सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई.. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई करने लगी। तभी वो मुझे सीधा कर दिए और मेरे पैरों को घुटनों से फोल्ड कर ऊपर कर दिए। मेरी चुत पर हल्की बाल थी क्योंकि मेरे हस्बैंड के जाने के बाद से मैं झांट साफ नही की थी। और वह अपना मुँह मेरी चुत पर रख दिये जैसे ही उनकी होंठ मेरे चुत पर टच हुए अचानक मैं उनके सर को पकड़ कर कस के दबा दी और दोनो पैरो से उनके गर्दन को पकड़कर दबाने लगी। वह मेरे चुत को चाटने लगे। मैं सिहर गई और मदमसत होते जा रही थी। चुकी मैं 10 दिन से नही चुदी थी इस कारण मेरी चुत रोक नही पाई और भलभला कर पानी छोड़ने लगी। प्रदीप यह देख बहुत खुश हुए और और जोर जोर से चुत चाटने लगे। मैं तो मानो स्वर्ग में थी।

प्रदीप किसी घोड़े की तरह ताकत से मुझे चोद रहे थे

और तभी प्रदीप सीधे हुए और अपना कपड़ा उतारकर नंगे हो गए उनका लन्ड बिल्कुल 90 डिग्री पर खड़ा था। और फिर वो मेरे उस पैर को नीचे किये जिसमे प्लास्टर था। और मेरे गांड़ के नीचे एक तकिया लगाए। और अपना लन्ड मेरी चुत पर लगाकर शॉट मारे तो उनका लन्ड आसानी से सरसराता हुआ मेरी चुत में समा गया। और वो अब चोदने लगे। उनकी रफ्तार बहुत तेज थी तो मुझे भी नही रहा गया और जो नही बोलना चाहती थी वह जुबान से निकलने लगा। मैं जोर जोर से चिल्लाने लगी। फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह…..फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड आहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो हहहहहहहहहहहह…….. जोर से आहहहहहहहहहहहहहहह……

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड फक माइ पुसी बेब फक ओह प्रदीप यु आर सो नाइस हैंडसम हंक यु और रियल उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. इरर्राहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो इरर्राहहहहहहहहहहहहहह…….. फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड फक माइ पुसी बेब फक ओह प्रदीप यु आर सो नाइस हैंडसम हंक यु और यु आर किंग बेब यु और माय हर्टबीट आहहहहहहहहहहहहहहह……

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और तभी प्रदीप का रफ्तार बढ़ गया और 7,8 धक्कों के बाद उसका लन्ड मेरे चुत में गर्म लावा उगलने लगा। उसकी गर्म वीर्य से लगा मेरी चुत पिघल जाएगा।

प्रदीप मुझे 35 मिनट से ज्यादा चोदा था और मेरी चुत 6 बार झड़ी थी। बहुत दिनों बाद मेरी इतनी लंबी चुदाई हुई थी सो मैं पूरी तरह संतुष्ट हो चुकी थी। और अगले 1 महीने तक मैं प्रदीप के यहां रुकी लेकिन सिम्मी और अपने हस्बैंड को बताई की मैं मात्र 3 दिन वहां रुकी थी। और जब सिम्मी आने वाली थी उस दिन मैं अपने घर आ गई। दूसरे दिन सिम्मी प्रदीप के साथ मिलने आई और मुझे डांट लगाई की जब प्रदीप तुम्हे अपने घर ले गए थे तो तुम वहां क्यो नही रुकी। तुम अभी चलो और जब तक पूरी तरह ठीक नही हो जाती हमारे साथ ही रहोगी। मेरे मन मे तो लड्डू फुट पड़े। प्रदीप मुझे देखकर एक आंख दबा दिए। और मैं सिम्मी और प्रदीप के साथ उसके घर फिर वापस आ गई। और सिम्मी जब आफिस जाती तो मैं और प्रदीप चुदाई करते मैं फिर से 1 महीना वहाँ रुकी और मेरी चुदाई कंटिन्यू जारी रही।

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी रसीली चुत की चुदाई। जल्दी जल्दी कमेंट करके मुझे बताओ ताकि मैं अगली घटना आपलोगों के सामने लेकर आऊं। अब दीजिए मुझे इजाजत।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “पुलिस अधिकारी का चरमसुख

तो आप सब अपना ख्याल रखिएगा। कोविड का सिचुएशन है तो अपना विशेष ख्याल रखिएगा।  नमस्कार।

धन्यवाद।

 

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