प्यार की वासना

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बस के सफर में अपनी प्यार का वासना शांत किया

https://nightqueenstories.com/ के सभी प्यारे पाठकों और मेरे सेक्सी दोस्तों को मेरा सादर नमस्कार। तो कैसे हो आपसब, उम्मीद करता हूँ सब मजे में होंगे, और इस महामारी में अपना ख्याल अच्छे से रख रहे होंगे।

दोस्तों मेरा नाम सन्नी है और मैं 25 साल का हूं। और लखनऊ में रहता हूँ मैं उत्तर प्रदेश सरकार में आबकारी विभाग में क्लर्क हूँ। जीवन अच्छी कट रही है। मैं पिछले 5 साल से यहां हूँ। मेरे विभाग में ही एक 52 साल के कर्मचारी हैं उनका नाम रामनाथ श्रीवास्त है। विभाग में है इसलिए अच्छी दोस्ती भी हो गई और दोस्ती हो गई तो उनके घर भी आना जाना हो गया। और जब घर आना जाना हो गया तो उनकी बेटी से मेरी मोहब्बत की रेल भी चल पड़ी।

कैसे मैं स्लीपर बस में अपनी गर्लफ्रेंड के चूत को धधकती आग पर अपने लंड का पानी डाला

उसका नाम चंचल है और वो आजाद ख्याल की लड़की है। वह 22 साल की है उसकी फिगर 32-28-36 है। जब मैं पहली बार उसे देखा था तो उसका उस दिन जन्मदिन था। रामनाथ जी ने मुझे भी बुलाया था। वो बहुत खूबसूरत लग रही थी। वाइट कलर के ड्रेस में वह दुल्हन लग रही थी। खैर उस दिन से ही हमारा उनके घर आना जाना बढ़ गया और जल्द ही चंचल से मेरी दोस्ती हो गई हमारी बातचीत होने लगी और दोस्ती प्यार में बदलते देर भी नही लगी। अब हम पूरी रात बात करने लगे। फोन सेक्स तो मानो बिना किये कोई दिन नही गुजरता था।

लखनऊ में तो हम अक्सर घूम लिया करते थे। लेकिन हमें प्राइवेसी नही मिल पा रही थी क्योंकि उसके घर मे हमदोनो का अकेले मिल पाना संभव नही था। और मेरे रूम पर लड़कियों का लाना प्रतिबंध था। फिर भी मैं कभी कभार उसे लेकर आ ही जाता था और हमारे बीच चुदाई की रेल भी चल पड़ी थी। लेकिन हमें भरपूर चुदाई करने का मौका नही मिल पाता था। हमदोनो ही इस बात से परेशान रहते थे क्योंकि हम मिलते ही गर्म हो जाते थे लेकिन चुदाई नही कर पाते थे। एक दिन मेरे दिमाग मे प्लान आया कि क्यों ना चंचल को लेकर कुछ दिन के लिए कही बाहर घूमने चले जाएं। और जैम के चुदाई का आनंद लें। मैं सोचा जयपुर बेस्ट रहेगा।

और फिर मैं उसे शाम को मिलने बुलाया और अपनी प्लानिंग बताया। मैंने उससे कहा कि चंचल अगर तुम कहो तो हम कहीं लखनऊ से बाहर घूमने चलते हैं और जम के मजे करेंगे। वो तो झट से मान गई लेकिन बोली कि मैं कैसे जाऊंगी मेरे घरवाले इजाजत नही देंगे। तो मैं बोला कि अपने घर वालो को कंवेंश करो और एग्जाम के बहाने चलो घूमने। तो वह बोली कहाँ जाना है और कितने दिनों के लिए तो मैं बोला कि जयपुर चलते हैं ज्यादा दूर भी नही है और मैं पहले भी वहां घुमा हूँ। तो वह बोली ठीक है मैं कोशिस करती हूँ। तो मैं बोला काम से कम 3 दिन के लिए चलना। और शाम को कन्फर्म करके बताओ तो मैं होटल बुक कर दूंगा।

फिर वह बोली ठीक है। और फिर वह घर मे शाम को बात की और एग्जाम के बहाना लगाई और बोली को कई दोस्त हैं जो जा रहे हैं तो मैं एक दो दिन घूम भी लुंगी। तो उसके घर वाले मान गए।

फिर रात को वो कॉल की और बताई की 3 दिन के लिए परमिशन मिल गया है। तो मैं झट से अगले दिन का लखनऊ से जयपुर तक का स्लीपर बस का सीट बुक किया और मैं बस वाले से कन्फर्म किया कि स्लीपर सीट में केबिन है कि नही तो वह बोला कि केबिन भी है लेकिन उसका ज्यादा चार्ज लगता है तो मैं बोला मुझे केबिन ही चाहिए। तो वह मेरा केबिन बूम कर दिया। अगले दिन शाम 7 बजे का बस था। सो मैं फिर से वापस चंचल को कॉल करके बता दिया और पैकिंग करने को बोला और बोला कि सफर के लिए जीन्स मत मानना कैप्री या पायजामा पहन लेना क्योंकि मैं बस में तुम्हारी चूत को फाड़ के भोसड़ा बनाने वाला हूँ तो वह बोली हाँ मेरे राजा तू कहे तो मैं नंगे ही आ जाऊं बस तू मुझे चोद चोद के मेरी चूत को ज्वाला शांत करता रह।

अगले दिन मैं उसे बस स्टॉप पर ही बुला लिया था और मैं भी वहां पहुँच गया। हमदोनो बस में बैठे और शाम 7 बजे बस चल दी। मैंने सामान रखा और चंचल को कहा आज मैं तुझे चलती बस में चोद चोद के अनोख चुदाई का आनंद दूंगा। वो हस कर अपनी बांहों में भर ली और बोली मैं भी तुझसे चुदवाने के लिए मरी जा रही हूँ।

हरे रंग की ब्रा में चंचल की कसी हुई दूधिया रंग की चुचियाँ कयामत से कम नही लग रहे थे

गर्मी का दिन था और AC चल रहा था। थोड़ी ही देर में अंधेरा हो चुका था। और हम तो केबिन में थे सो हमे बाहर के अंधेरे से एडवांटेज मिल रहा था। जब हमें लगा कि बाहर कम हलचल है यानी ज्यादातर यात्री नींद में होने लगे थे तो हमने किस करना स्टार्ट कर दिया मैं उसे जोर से स्मूच कर रहा था और साथ मे उसके चुचियों को जोर जोर से दबा रहा था और लगातार किस किए जा रहा था उसकी जीभ को भी मैं लीक कर रहा था वह बिन पानी की मछली की तरह तड़प रही थी सच बताऊं दोस्तों चंचल आग थी आग। मैं उसे पकड़ धन्य हो गया था। जितनी खूबसूरत थी वह उतनी ही गर्म भी थी। मैंने उसके गले पर किस करना शुरू किया और धीरे धीरे उसके टॉप को उतार दिया वह ग्रीन कलर की ब्रा पहनी थी जिसमे उसके किसी हुई दूधिया रंग की चुचियाँ किसी कयामत से कम नही लग रहे थे।

उसकी हरे रंग की ब्रा में उसके बड़ी बड़ी चुचियाँ बाहर से आती हल्की हल्की रोशनी में चमक रहे थे। मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया और जोर जोर से मसलने लगा। और फिर एक हाथ नीचे ले जाकर पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा। वह सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई करने लगी। वह तेजी से गर्म हो रही थी और फिर वह अपना एक हाथ मेरे कैप्री में डाला और मेरे लंड को पकड़ के सहलाने लगी मुझे बहुत आनंद आया उसकी मुलायम हाथ मे मेरा लन्ड अकड़ रहा था तो मैंने उसकी ब्रा निकाली और उसके बूब्स पर टूट पड़ा।

69 की पोजिशन में हम एक दूसरे का चूत लन्ड चूसते हुए एक दूसरे के मुँह में झड़ गए और हमारी चुदाई के शुरुआत का शानदार अभियान शुरू हुआ

वह इतनी जोश में आ चुकी थी को खुद ही अपने हाथ से एक दूध को मेरे मुंह में पूरा डालने की कोशिश करने लगी तो मैं भी उसकी चूची के निप्पल को मुँह में लेकर जोर जोर से पीने लगा तभी वो मेरा कैप्री और अंडरवियर साथ मे नीचे कर दी और मेरे लंड को जोर जोर से हिलाने लगी। थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद मैं उठा और उसका पायजामा निकाला और उसे लेटा दिया और उसके पैरों को चाटते हुए धीरे धीरे उसकी चूत की तरफ बढ़ गया। उसकी चूत किसी भट्ठी की तरह गर्म थी और लबालब पानी से भरा हुआ था। उसकी चुट का दाना बड़ा था जो चूत से बाहर निकला हुआ था। और मैं उसकी चुट8 पर मुँह रख दिया।

वह तड़प गई और मेरे सर को दबाते हुए सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई करने लगी।

फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए। मैं उसकी चूत रस पिए जा रहा था और वह मेरे लंड को पूरा मुंह में गले तक लेकर चूसे जा रही थी। और ऊपर नीचे कर रही थी करीब 10 मिनट ऐसे ही एक दूसरे का चाटते रहने के बाद हम दोनों एक दूसरे के मुंह में बारी बारी झड़ गए।

फिर हम सीधा होकर एक दूसरे के बाहों में भींच लिए और एक दूसरे को किस किए। हमारा एक राउंड पूरा हुआ था जो शुरुआत था। हम जल्दबाजी नही करना चाहते थे और एक एक पल का आनंद लेना चाहते थे। इसलिए हम जल्दबाजी नही कर रहे थे। थोड़ी देर बाद बस एक ढाबे पर रुकी तो हम फट से कपड़े पहने और नीचे उतर कर खाना खाया हमने एकदूसरे को अपने हाथों से खिलाया। वहां बहुत से लोग थे जो हमारी प्यार को देलह रहे थे और खुश हो रहे थे। खाना खाने के बाद हम हम फिर से बस में आकर बैठ गए।

चंचल आज ही झांट साफ की थी और उसकी रसदार चूत की खुशबू मेरी नाकों में भरपूर आ रही थी

सभी सवारी के आने के बाद बस रवाना हुई। और बस रवाना होते ही हम दोनों अपनी बर्थ पर आ गए और पर्दे लगा लिए और केबिन अंदर से लॉक कर लिए। केबिन में एक वेंटिलेशन था तो मैं वहाँ से खोल दिया ताकि फ्रेश हवा हमे मिलता रहे। चुकी रात हो चुका था और AC भी चल रहा था तो गर्मी बहुत नही था। फिर मैं चंचल को किस करना शुरू कर दिया और उसकी चूचियों को मसलने लगा। उसकी गर्मी बढ़ने लगी अब उसे भी बहुत मजा आने लगा फिर वह मेरे कैप्री में से लंड बाहर निकाला और चूसने लगी। मेरा लंड फिर से लोहे के समान कड़क हो गया। अब मैंने उसे लेटाया और उसका पायजामा उतार दिया मैं उसकी चिकनी चूत को चूसने लगा। उसकी चुट हेयर लेस थी वो आज ही चुत की झांट साफ की थी। उसकी चुत से खुशबू मेरे नाकों में जा रही थी। अब वह फिर से गर्म हो गई और मेरा मुंह अपनी चूत में दबाने लगी। उसके मुंह से सिसकारियां निकल रही थीं। सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई लेकिन हम केबिन में थे तो हमे कोई डर नहीं था और बस के चलने और गडियो के आवाजों से उसकी आवाज नीचे या किसी और को सुनाई देने का चांस कम था।

अब वह हद से ज्यादा गर्म हो चुकी थी तो उसने मुझे धक्का दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरा लंड अपनी चूत के छेद पर सेट की और झटके में पूरा जोर से मेरे लंड को अपनी चुत में डाल ली और झुककर मुझे किस करते हुए उछलने लगी उसकी चुत पूरा गीला था इस वजह से लंड चुत में फच फच के आवाज से अंदर बाहर होने लगा। वह किसी रंडी की तह उछल उछल के चोदे जा रही थी करीब 10 मिनट तक वो जोर जोर से चोदती रही और इस दौरान वह 2 बार झड़ गई। उसकी चुत से ढेर सारा पानी निकला जो मेरे लन्ड के आस पास पूरा गीला कर दिया था और कुछ पानी तो नीचे बर्थ पर भी फैल गया। वह काफी देर से चोद रही थी तो अब उसकी सांस फूलने लगीं और चूचियां बड़ी तेजी से हिलने लगीं और मैं उसे नीचे झुकाया और उसके दोनों चुचियों को बारी बारी से पिए जा रहा था और वह मेरे लंड पर गांड उछाल उछाल के चोदे जा रही थी। मैं समझ गया था कि वह थक रही है तो मैने उसे नीचे लेटाया और उसकी टांगें फैला कर लंड उसकी चूत पर लगा दिया उसके चूत के फांक में लंड का सुपाड़ा लगते ही मैंने तेज झटका मारा और पूरा लंड एक बार में चुत के अन्दर घुसेड़ दिया चूत के गीलापन से मेरा पूरा लन्ड सरपट उसके चूत में घुसा था।

अब मैं जोर जोर से उसे चोदने लगा बाहर से आती गडियो की रोशनी में उसकी चुचियाँ फुटबॉल की तरह हिलते हुए साफ दिख रही थी और मैं बेतहाशा उसके चूत में अपने लंड को अन्दर बाहर कर रहा था। 5, 7 मिनट के चुदाई के बाद ही वह फिर से चरम पर पहुंच गई और मेरी पीठ पर नाखून धसाने लगी। उसके मुंह से मादक आवाजें आने लगीं। आहहहहहहहहहहहहहहहह और जोर से चोदो … और जोर से चोदो … फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह…..फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड आहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो हहहहहहहहहहहह…….. जोर से आहहहहहहहहहहहहहहह……

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड फक माइ पुसी बेब फक.. बहुत मजा आ रहा है चोदो चोदो बेबी बहुत मजा आ रहा है।

उसकी इन सेक्सी आवाजों से मेरी उत्तेजना और बढ़ती जा रही थी और फिर उसका शरीर अकड़ने लगा और करीब 8, 10 झटकों में वह आह मर गई आहहहहहहहहहहहहह… हहहहहहहहहहहह…….. जोर से आहहहहहहहहहहहहहहह……

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड फक माइ पुसी बेब फक करती हुई झड़ गई।

लेकिन मेरा लंड अभी भी बहुत गर्म था और चुत को पूरा अंदर तक घुस के चोद रहा था। उसके चुत से पानी छोड़ते ही उसमे से फच फच फच की तेज आवाज भी आने लगी। पूरे केबिन में फच फच की आवाजें गूंजने लगी अब उसे दर्द होने लगा था क्योंकि काफी देर से हम चुडैनकर रहे थे। इसलिए वह मुझे हटाने की कोशिश करने लगी और मुझे रुकने को कहने लगी। मगर मेरा लंड अभी भी गर्म था इसलिए मुझे उसको चोदने में बहुत मजा रहा था। कुछ देर बाद वो मिन्नते करने लगी कि प्लीज 1 मिनट के लिए लंड मेरे चुत से बाहर निकालो बहुत दर्द हो रहा है फिर चोद लेना, तो मैंने भी उसपर तरस खाकर अपने लंड को बाहर निकाला और उसकी चूत को जीभ से चाट कर साफ किया। और चुत के दाने को चेकर उसके दर्द को कम करने की कोशिश करने लगा।

चंचल की चूत इतनी गीली थी कि हर धक्के के बाद फच फच की आवाज उसकी चूत से निकल रही थी

फिर मैंने उसे किस किया और कहा जान अब चोदने दो तो वो गाली देते हुए बोली साले तू एक बार चूत में लन्ड घुसेड़ देता है तो बिल्कुल सांड बन जाता है। और भूखे शेर की तरह मुझे चोदता है किसी दिन चुदते हुए ही मेरी जान निकल जाएगी फिर मुठ मारते रहना। मुझ पर रहम भी तो किया करो मैं थक गई हूँ। इतनी देर से तो चोद रहे हो चलो अब मैं मुँह से तुम्हारा लन्ड चूस कर पानी निकाल देती हूँ मैने कहा नहीं मुझे तुम्हारी चुत चोदनी है और चुत में ही पानी निकालूंगा। और फिर मैंने उसकी चूची मसलना शुरू कर दिया और मैंने कहा अगर चुत में नही चुदवा सकती तो गांड मरवा लो तुम्हारी गांड भी तो बहुत सेक्सी है। तो वह गाली देते हुए बोली साले मैं जानती हूं तुम्हारी नजरें मेरी गांड पर है लेकिन कान खोलकर सुन ले मैं गांड मारने नहीं दूंगी। तू साला हबसी बन जाता है चूत की तरह मेरी गांड भी फाड़ देगा। तो मैंने कहा ठीक है गांड बाद में मरेंगे अभी चूत ही चोदने दे। फिर मैं उसकी चूत में लन्ड डाल दिया और चोदना शुरू किया तो उसे भी फिर मजा आने लगा और सिसकारियों के साथ उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह…..फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह, हाफ हार्ड बेब फक हार्ड आहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो हहहहहहहहहहहह…….. जोर से आहहहहहहहहहहहहहहह……

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….फक मि डार्लिंग फक मि। आहहहहहहहहहहहहहहहहह करने लगी और फिर वो झड़ गई। लेकिम मेरा अभी नही हुआ था। तो वह बोली बोली कि मैं ऊपर आती हूँ। फिर वह मेरे ऊपर आ गई और अपनी चूत में लंड डाल के बैठ गई गीली चुत में लंड सट से घुस गया और अब वो जोर जोर से चोदने लगी। 8, 10 मिनट बाद वो फिर से झड़ने वाली थी लेकिन अब मेरा भी लन्ड नजदीक फ। सो वह रफ्तार बढ़ा दी और जोर जोर से चोदने लगी और मैं भी नीचे से जोर जोर से चोदने लगा फिर हम एक साथ झड़ गए। मेरा पूरा वीर्य उसकी चुत में चला गया और वो मेरे ऊपर लेट गई यह चुदाई शानदार थी फिर हम एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए।

फिर करीब 4 बजे मेरी नींद खुली तो उसकी गांड मेरी तरफ था मैं नीचे हाथ ले जाकर उसके पैर ऊपर किए और उंगली चुत में डाल दी इस कारण उसकी भी नींद खुल गई अब वो पीछे हाथ करके मेरा लन्ड पकड़ी और हिलाने लगी। थोड़ी देर बाद वह मेरे लन्ड को अपनी चुत पर लगा के गांड पीछे करने लगी मैं भी इशारा समझ गया और जोर का झटका मारा और चोदने लगा। फिर से हम शानदार चुदाई किये और इस बार भी वह 4 बार झड़ी और बोली सन्नी तुमने मुझे तृप्त कर दिया यही मुझे चाहिए था मैं तुम्हारी बाहों में पूरी रात चुदवाने का कल्पना करती थी। और आज यह सफल हुआ। अब हम अहले 3, 4 दिन ऐसे ही मजे करेंगे।

तो दोस्तों सफर की यह अनोखी चुदाई आप सब को कैसी लगी हमे कमेंट करके बताना और फिर मैं अपनी पूरी ट्रिप की कहानी लेकर आऊंगा और आपसब को बताऊंगा की हम कैसे चुदाई किए। अपना ख्याल रखिएगा।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “डिजाइनर के पेट मे मजदूर का बीज”

नमस्कार।।

 

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