थिएटर में हवस

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थिएटर में हवस – लीला

हेलो दोस्तों। आज आप सब से ये किस्सा शेयर करने का बहुत मन कर रहा है। ये लॉकडाउन लगने के पहली की बात है, जब मैने मेरे बॉयफ्रेंड के साथ थिअटर में मेक-आउट किया था और फिर चुदाई भी।

मेरा नाम तेजू है और मेरी इस साल बारव्ही कक्षा में हूँ। पिछले साल में सिंगल थी। और ये कहानी तभी शुरू होती है। ग्यारव्ही कक्षा के दो डिवीज़न थे और दूसरे डिवीज़न में ईशान नाम का एक लड़का था। मेने उसके बारे में काफी सुना था। वो पढ़ाई में अच्छा था और सारे टीचर्स का पसंदीदा भी। दिखने में भी काफी सेक्सी था। मेने उसे कई बार मेरी ओर देखते हुए नोटिस किया था। और कुछ ही दिनों में मेरी सहेलियाँ भी मुझे उसके नाम से चिढाने लगी थी। मगर मुझे ये सब बस मजाक ही लगता था।

लेकिन फिर बात आगे बढ़ने लगी। में नही चाहती थी कि बाकी लोग या ईशान खुद ये समझे कि मेरे दिल मे उसके लिए कुछ है। में कुछ सोच नही पा रही थी। तब एक दिन मेरी सहेली मेघा मुझसे मिलने आयी। वो भी ईशान के डिवीज़न में थी। शार्ट ब्रेक था लिसलिए क्लास में कोई टीचर नही थे पर बाकी बच्चे थे। मेघा और में क्लास के दरवाजे में खड़े रहकर बातें करने लगे। तभी मेघा ने कहा “सुन ना, में तुझे किसी से मिलाना चाहती हूँ।” मेरे कुछ जवाब देने से पहले ही उसने पीछे की ओर इशारा किया। और पिछेसे ईशान खुद आया। मेरी आँखे खुली की खुली ही रह गयी। उसने अपना हाथ आगे बढ़ाया और मुस्काया। तो मेने भी अपना हाथ बढ़ाया। हमें हाथ मिलाता देख एक ही साथ क्लास के सारे बच्चे शोर करने लगे, आवाजे निकाल कर चिढाने लगे।

हम दोनो ही बहुत ऑकवर्ड महसूस कर रहे थे। इसलिए हम वहासे निकल गए। ब्रेक के बाद में फिर अपने क्लास वापिस आयी और वो अपने क्लास चला गया। मेने आज ईशान को पहली बार इतनी करीब से देखा था। उसकी कातिल आखों ने मेरा दिल ले लिया था। में नजाने क्या सोचकर बैठी थी और आज क्या हो गया सबके सामने। मुझे बादमें मेघा ने बताया कि ईशान मुझे पसंद करता है और वो चाहता था कि मेघा उसे मुझसे मिलवा दे। लेकिन ये क्या तरीका हुआ मिलने का…सब कुछ और ऑकवर्ड हो गया था। सब लोग अब मुझे और ज्यादा चिढाने लगे थे।

उसी दिन शाम को ईशान ने मुझे मैसेज किया। कह रहा था कि आज सब कुछ अजीब ही हो गया। मुझे शायद तुमसे बाहर मिलना चाहिए था। मेने कहा ‘कोई बात नही…छोड़ो अब।” और फिर हम इधर उधर की बातें करने लगे। उसका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा था, बड़ी मजेदार बातें कर रहा था। लेकिन हम पहली ही बार बातें कर रहे थे तो में सोच रही थी कि तुरंत इतनी बातें करना अच्छा थोड़ी लगता हूँ। और आगे हद तो तब हुई जब उसका ये मैसेज आया,

ईशान : “सुनो। तुमने थिअटर में कभी मेक आउट किया है क्या?”

मैं : “अम… नही तो।”

ईशान : “अरे ट्राय करना कभी, बहुत मजा आता है”

मैंने उसके इस मैसेज का कोई जवाब नही दिया। पहले ही दिन ऐसे कोन बात करता है! फिर थोड़ी देर बाद उसका फिर मैसेज आया “सॉरी! मैं जरा ज्यादा ही फ्रैंक हो गया…” मैंने बस ‘ओके’ कह दिया और बात खत्म कर दी।

आगे उसका भी कोई मैसेज नही आया।

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रात को पढ़ाई के बाद में ईशान के बारे में सोचने लगी। उसकी थिअटर वाली बात मेरे दिमाग से जा ही नहीं रही थी। मैंने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया और लाइटें भी ऑफ कर दी। आज में बहुत हॉर्नी फील कर रही थी। पिछले दो दिन से पढ़ाई का बोझ इतना ज्यादा था कि में अपने आप को वक्त ही नही दे सकी थी। मगर आज ऐसा नही था। मेने बेड पर लेटे लेटे अपनी दोनों टांगे फैला दी और अपना हाथ अपनी चुत पर सहलाने लगी।

धीरे धीरे अपनी चुत पर हाथ घुमाते घुमाते मुझे सुबहवाली बात याद आयी; जब ईशान ने और मैने हाथ मिलाया था। मेरा वही हाथ अभी मेरी पैंटी के अंदर था। मेने कल्पना की, अगर मैं अपनी बैडरूम की जगह थिअटर में होती और मेरी चुत में मेरे हाथ की जगह ईशान का हाथ होता तो…..

महज इस ख्याल से ही मेरी चुत मचलने लगी थी। में जोर जोर से अपनी चुत को सहलाने लगी और कुछ ही सेकंड में मुझे चरम सुख मिला। मेने अपनी जीन्स और पैंटी उतार फेंकी और रूम की लाइट ऑन की।

अपने आईने के सामने जाकर खड़ी हो गयी। मेरी नंगी चुत पर गुलाबी रंग चढ़ आया था। क्या ऐसा सचमे मुमकिन है कि में और ईशान थिएटर में करीब आ सकते है! में अभी उसे इतना जानती भी नही थी। मगर ईशान के सिर्फ खयाल से ही मैं इतनी उत्तेजित हो गयी थी तो ईशान खुद मुझे कितना खुश कर सकता है। मैंने अपनी एक टांग ऊपर की और अपनी चुत को आईने में देखते देखते फिर एक बार सहलाया। मैंने अपना टी शर्ट भी उतार दिया।

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मैंने सोचा ‘यही ब्रा सबसे सुंदर है, यही पेहनूँगी में जब ईशान के साथ जाऊंगी’ मुझे अपने इस ख्याल पर बड़ी हँसी आयी। मैंने अब अपना मन बना लिया था ईशान से रंग-रलियां मनाने का। मेने अपनी ब्रा का हूक भी निकाल दिया। अपने पूरे नंगे बदन को निहारते निहारते में और भी चुदासी हो गई थी। मैंने अपनी बडी चुचियों को दबाया और शीशे से अपने अपने आप को गले लगा लिया। नजाने क्यूँ में इतनी भावुक हो गयी थी। शीशे के ठंडे स्पर्श से मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। में इस पल बहुत खूबसूरत महसूस कर रही थी।

उस रात मैं अपने आप को बहुते देर तक सहलाती रही। आम तौर पर मैं अक्सर रात को पॉर्न देखा करती थी और साथ ही अपनी हवस को ठंडा करती थी। मगर आज बस खुदकी कल्पनाए ही काफी थी। ये मेरे लिए एक खास पल था। मैंने एक स्कार्फ़ से अपनी चुचियाँ को लपेटा और अपनी एक सेक्सी सेल्फ़ी ले ली। फिर मुझे नींद आने लगी तो मैंने अपने कपड़े पहन लिए और सो गई।

दूसरे दिन कॉलेज में ईशान मेरे सामने खड़ा था। वो मुझसे नजरे नही मिला रहा था। शायद वो कल वाले मैसेज के लिए शर्मिंदा था। तो मैं उसके पास गई और बोली “क्या हुआ? जान पहचान है कि नही हमसे…” तो वो हल्का सा मुस्काया। मैने कहा “अम… आज रात थिअटर जाने का मन था। क्या कहते हो?” वो मेरा सवाल सुन कर चौंकसा गया। मैने उसे आँख मारी और अपने क्लास में चली गयी।

क्लास में जाते ही उसने मैसेज किया “नौ से बारा जाते है…चलेगा?” मैंने ‘हाँ’ कह दिया। में अभी से एक्ससिटेड हो गयी थी।

जैसे तैसे वो दिन कटा और शाम हुयी। मैंने घर जा कर अपना फ़ेवरेट ड्रेस पेहेना और माँ को बताया कि मैं अपनी सहेलियों के साथ थियेटर जा रही हूँ और बादमे मेघा में घर ही रहूंगी। मेघा का घर थिअटर के पास था इसलिये मैं अक्सर पिक्चर देखने के बाद उसके घर रुक जाया करती थी। तो माँ को भी मुझ लर शक नही हुआ।

हम सीधे थिअटर में ही मिले। वो बहुत खुश लग रहा था। हम साथ चलने लगे तो उसे पीछे से मेरी कमर पर हाथ रख दिया। मेने सोचा ‘ओ भाई! ये तो अभी से शुरू हो गया।’ हम जाके पीछेवाली रो में बैठ गए। पिक्चर शुरू होने में अभी वक्त था तो हम फिर से इधर उधर की बाते करने लगे। वो बात करते करते मेरी जुल्फों से खेलने लगा। मैंने कहा ‘बड़ा प्यार आ रहा है…”

तो उसने कहा “तुम हो ही इतनी प्यारी। थैंक्स! मेरे साथ बाहर आने के लिए। मुझे लगा मेरे उस मैसेज से तुम बहुत गुस्सा हो गयी और अब पता नही बात भी करोगी या नही।” मैं बस उसे देख कर मुस्काई। वो भी बस देख ही रहा था। मैं उसके करीब गयी तो वो भी आगे बढ़ा और हम किस करने लग गए। डिम लाइट ऑन थी। मैने एक पल के लिए अपनी आँखें खोली तो ईशान आँखे बंद करके बस चूमे जा रहा था। वो बहुत ही क्यूट लग रहा था। मैंने अपनी जीभ उसके मुह में सरकायी, वो और जोश में मेरे मुह को चुसने लगा। मेरी साँसे तेज हो गयी थी। तभी लाइट ऑफ हो गई।

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हमे पता तक नही चला था कि पिक्चर शुरू हो चुकी थी। मैने अपना हाथ से उसके पैरों पर सहलाया। उसने भी मेरे ड्रेस के अंदर हाथ डाल दिया और मेरी जांघो पर सेहलाया। मेरी चुत मचलने लगी थी। तभी पिक्चर में हीरो की एंट्री हुयी थी शायद, तो सब लोग शोर मचाने लगे थे। ईशान ने मौके का फायदा उठा कर उसका हाथ ऊपर मेरी चुत तक सरकाया और मेरी पैंटी पर अपनी उँगलियाँ घुमाने लगा। उधर सब तालियाँ बजाकर चिल्लाने लगे और इधर मेरी सिसकियाँ निकलने लगी….

“सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह……

ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…उममहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह… आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आहहहहहहहहहहहहहह…..”

मेरी आवाज रोकने के लिए वो फिरसे मुझे चूमने लगा। थोड़ी देर बाद हम दोनों की हवस पूरी तरह जाग गयी थी। हम दोनों उठ के बाहर चले आये। उसने कहा “मेरे दोस्त का फ्लैट खाली है इधर, चले?” और में भी मान गयी। उसकी गाड़ी पर दो मिनिट में ही हम दोस्त के फ्लैट पर आए। ईशान ने फ्लैट खोला और हम अंदर गए। ईशान ने फ्लैट की चाबी पेहले ही लेके रखी थी ये मेने नोटिस किया। अब यहा हमे रोकने वाला कोई नही था!

उसने सारी खिड़कियाँ चेक की। मैं उसको पीछे से लिपट गयी। वो घुमा और हम फिरसे किस करने लगे। उसके एक हाथ की उँगलियाँ मेरे बालों के अंदर थी। मेने उसका दूसरा हाथ लिया और अपनी चुचियों पर रखा। उसने मेरी चूची दबायी। हम अब भी किस कर रहे थे। उसने अपना टी शर्ट निकाल फैंका और फिर मेरा ड्रेस नीचे से उठाने लगा। मैं उसे रोक कर अपनी पीठ उसकी ओर की। टैब उसका ध्यान मेरे ड्रेस की ज़िप की ओर गया। उसने तुरंत ज़िप उतारी। और अपने हाथों से मेरी चुचियाँ दबायी और मेरा सब्र खत्म हो गया।

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मैने एक ही झटके मैं अपना ड्रेस उतारा और उसकी जीन्स भी उतारी। वो समझ गया कि अब में और इन्तेजार नही कर सकती थी। उसने मुझे बेड पर झुकने को बोला और पीछे से मेरी पैंटी नीचे खींच कर अपनी उंगलियों से सहलाने लगा। मेने उसका लंड अपने हाथ में ले लिया और हिलाने लगी। उसका लंड काफी चौड़ा और बड़ा था। मेरी चुत में गिलावा बढ़ रहा था। अब उसने फाइनली वो किया जिसके लिए में बेकरार थी। अपना खड़ा लंड एक ही शॉट में मेरी चुत के अंदर घुसा दिया…मेरी आवाजे निकलने लगी।

उमह..उमह..उमहहहहहहहहहहहहहहहह…

उममहहहहहहहहहहहहहहहहह…आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहहहहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. और जोर से…

चोदो मेरी चुत…! आहहहहहहहहहहहहहहहहह…

आआआहहहहहहह जोर से..। आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आहहहहहहहहहहहहहह…..

ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह……

समीररररर…उममहहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. चोदो….चोदो मेरी चुत…ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहहहहहहहहहहहहहहहहह…

उममहहहहहहहहहहहहहहहहह…

उसने मेरी ब्रा खोली और चोदते चोदते मेरी चुचियाँ दबाने लगा। मेरी चीखों से वो और भी जोश में आ रहा था। वो जोर जोर से अपना लंड मेरी चुत से अंदर बाहर करने लगा। मैं कुछ ही मिनटों में चरम सुख के शिखर पर पहोंच चुकी थी। मेरा पूरा बदन काँपने लगा था और चींखें भी बढ़ गयी….

उमह..उमह..उमहहहहहहहहहहहहहहहह…

उमह..उमहहहहहहहहहहहहहहहह…मेरे ईशु….

उममहहहहहहहहहहहहहहहहह…आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहहहहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह…..बिल्कुल ऐसे ही…तबाही मचा दो मेरी चूत में…

आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आहहहहहहहहहहहहहह…..

अगले एक दो घंटों तक उसने मुझे अलग अलग पोजीशन में चोदा। उसके बाद हम दोनों साथ ही झड़ गए। और वैसे ही एक दूसरे की बाहों में सो गए। तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी! ऐसे मेने और मेरे बोयफ़्रेंड ने थियेटर में मेक-आउट किया…हम दोनों अभी भी रिलेशनशिप में है। अगर ये कहानी पढ़ कर आपको मजा आया तो लाइक और कमेंट जरूर करे।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “दासी – मुखिया के लंड से कुवारी चुत की सील टूटी”

धन्यवाद।

नमस्कार।।

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