जज साहब की बीवी की मोहब्बत

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जज साहब की जवान बीवी की मोहब्बत

और मैं एकटक उसे देखे जा रहा था मेरी निगाह उसपर से हट ही नही रहे थे। दरअसल वो पूरी तह नंगे हो चुकी थी उसके जिस्म पर एक धागा तक नही था। उसकी दूधिया बदन किसी संगममर की तरह चमक रही थी। उसकी सुडौल कर्वी बॉडी और उसकी बिना बालों वाली चुत मुझे अचंभित कर दिया था। तभी उसकी शाहतूती होंठ हिली और बोली आशु यही गिफ्ट मुझे चाहिए मेरी जिस्म सालों से तड़प रही है। और जबसे तुम मिले हो तुम्हारी बेपनाह मोहब्बत मेरे जिस्म को और तड़पा रही है। क्या तुम मेरी जिस्म की भूख को मिटाओगे क्या तुम ये गिफ्ट दे सकते हो।

मेरा नाम आशुतोष है। मैं दिल्ली के कनॉट प्लेस में रहता हूँ। और अक्सर CP के पार्क में जाकर बैठता हूँ। मैं 26 साल का हूँ और एक बिजनेस मैन का बेटा हूँ। मैं अभी काम नही करता बल्कि बाप के दौलत को उड़ाता हूँ।

ये कहानी परसो की है। मैं पार्क में बैठा हुआ था कि अचानक मेरी निगाह एक बेहद खूबसूरत औरत पर पड़ी। वह कत्थे कलर की साड़ी पहने हुए थी। उसकी उम्र 30 साल से कम के होंगे। देखने मे वो बमुश्किल 27, 28 की लग रही थी। लेकिन उसकी ऐसी खूबसूरती और बिल्कुल फिट जिस्म देखकर मैं हैरान था। मैं जीवन मे इतनी खूबसूरत महिला कभी नही देखा था। वह शादी शुदा थी। क्योंकि उसके मांग में सिंदूर था।

मेरे दिमाग मे तो बस यही आया कि जिसकी यह बीवी है वह इस पूरे ब्रह्मांड का सबसे लकी इंसान है। मैं काफी देर तक उसे देखते रहा। वह थोड़ी परेशान सी थी। गुमसुम सी।

पार्क में ज्यादातर लड़कियां औरतें या तो किसी के साथ होते थे। और जो अकेले होते थे वो फ़ोन में व्यस्त रहते थे। लेकिन वह तो चुपचाप बैठी थी।

मैं काफी देर तक उसे नोटिस करते रहा। और फिर मैं अपने जगह से उठा और उसके पास गया और हेलो बोला। और हाथ आगे बढ़ाया तो वह भी हाथ आगे बढ़ाई और मैं अपना नाम बताया तो वह भी अपना नाम बताई उसका नाम निहारिका था। फिर मैं उससे पूछा क्या मैं यहां बैठ सकता हूँ तो वह बोली ऑफ कोर्स बैठिए यह पब्लिक पार्क है।

और फिर मैं वहां बैठ गया। और 1 मिनट हमारे बीच खामोशी रही फिर मैं बोला आपका नाम बहुत प्यारा है। और उससे भी प्यारी आप हो। आप बेहद खुसबसूरत हो मैं जीवन मे ऐसी खूबसूरती नही देखा। तो वह थैंक यू बोली। मैं भी वेलकम बोला।

फिर मैं खुद ही बोला की मैं आपको काफी देर से नोटिस कर रहा था। मैं वहाँ सामने बैठा था। आप काफी परेशान लग रही हैं तो मुझसे रहा नही गया और आपसे पूछने चला आया। अगर आप बुरा ना माने तो क्या मैं जान सकता हूँ आप इतने सैड क्यों लग रही हैं। https://nightqueenstories.com

पहले तो वह झिझकी फिर बोली। बस ऐसे ही थोड़ी सी परेशान हूँ। तो मैं बोला वेसे तो मेरा हक नही बनता है ये पूछने का लेकिन मैं आपसे दोस्ती करना चाहता हूँ और फिर एक अच्छे दोस्त बनकर आपसे जानना चाहूंगा कि आप क्यों उदास हैं। क्या हम दोस्त बन सकते हैं तो वह बोली ठीक है। तो फिर से मैं हाथ आगे बढ़ाया और हाथ मिलाए।

फिर मैं उससे पूछने लगा कि निहारिका जी क्या बात है आप काफी परेशान हैं ऐसा क्या हुआ है। तो वह बोली। मैं अपने लाइफ से खुश नही हूँ। तो मैं बोला क्या आपको अपने पति से झगड़ा हुआ है तो वह बोली नही। ऐसा नही है। लेकिन हाँ हमारे बीच सबकुछ ठीक नही है बस इसी कारण मैं अब थक चुकी हूँ इस घिसी पीटी लाइफ से।

तो मैं बोला वैसे तो मिया बीवी की बीच में मैं कबाब में हड्डी नही बनना चाहता लेकिन आपके इन खुसबसूरत चेहरे को उदासी मुझसे देखी भी नही जा रही। आप बताइए कि क्या हुआ है। हम एक दोस्त हैं। और अच्छे दोस्त हर सुख दुख का साथी होता है। प्लीज बताइए ऐसा क्या है जो आप इतना परेशान हैं।

तो वह बोली कि आपकी नाम थोड़ा लंबा है इसलिए क्या मैं आपको आशु बुला सकती हूँ। तो मैने भी बोल व्हाई नॉट। वेसे भी मुझे सभी आशु ही बुलाते हैं। तो वह थैंक यू बोली।

कैसे मैं एक 57 साल के बूढ़े जज की 28 साल की जवान बीवी की प्यासी चुत को अपने लन्ड का अमृत पिलाकर प्यास बुझाया।

दोस्तों अब ये कहानी निहारिका के जुबानी ही सुनिए।

निहारिका- आशु दरअसल मेरी लाइफ चौपट हो चुकी है। आपको मैं बताऊँ मैं एक जज की बीवी हूँ। और जज साहब मुझसे उम्र में 29 साल बड़े हैं। मेरी शादी को 7 साल हो गए। जब हमारी शादी हुई तब वो 51 साल के थे। और मैं उनकी दूसरी बीवी हूँ। जज साहब मेरे पिताजी के दोस्त थे उनके पास अथाह पैसा है। जब मैं उनसे मिली थी तब वो मुझे बहुत पसंद करने लगे। और कुछ दिन बाद ही वह शादी का प्रस्ताव मेरे पिताजी के समक्ष रख दिए। उनकी पहली पत्नी का देहांत हो चुका था। और तब मुझे भी उतना समझ नही था पिताजी भी सोचे कि जज साहब से शादी करके बेटी खुश रहेगी। मैं भी उतना नही समझ पाई। और हमारी शादी हो गई। लेकिन शादी के 4, 5 महीने बाद ही उनकी हकीकत मुझे पता चल गया वह बहुत अय्याश किस्म के इंसान थे। हद तो तब हो गई जब वो मेरे रहते हुए घर मे औरतों लड़कियों को लाने लगे और मेरे सामने ही बिस्तर में सबकुछ करते। मैं उस घर मे घुट घुट के जीने लगी। जल्द ही मुझे एहसास हो गया कि मैं फास चुकी हूँ। और मैं कुछ बोलती तो वे मेरे पूरे परिवार को झूठे केस में जेल भेजवाने की धमकी देते। और मैं चुपचाप अब बस देखना था।

यहां तक कि आखिरी बार वो मुझसे 3 साल पहले सेक्स किये थे। मैं घर मे ही रहती थी। लेकिन अभी कुछ दिनों से अब वे मुझे बाहर घूमने की इजाजत दिए हैं। इसलिए मैं कभी कभी यही आकर बैठ जाती हूँ। क्योंकि उस घर मे मेरा दम घुटता है।

दोस्तों सच मे उसकी कहानी तो मुझे अंदर तक झकझोर दिया था। फिर मैं उसे दिलासा दिलाई और बोला कि सब ठीक हो जाएगा। उस दिन करीब 3 घंटा हम उस पार्क में बैठे रहे। बहुत सारी बातें हुईं। मैं अपने बारे में भी उसे सबकुछ बताया। फिर हम नम्बर एक्सचेंज किए। और हमारी कॉल पर बातें होने लगी। एक हफ्ता बिता फिर एक दिन हम मिलने का प्लान किए और वही आएं इस बार वो मुझसे मिल के खुश हुई। और उस दिन हम साथ मे लंच भी किए। फिर अपने अपने घर चले गए। ऐसे ही एक महीना बीत गया। और हमदोंनो एक दूसरे को चाहने लगे थे। हमदोंनो को एक दूसरे से बात करना मिलना जुलना अच्छा लगने लगा। तभी निहारिका की जन्मदिन आ गया। दिल्ली में मेरा एक फार्महाउस है। जहाँ सिर्फ मैं ही कभी कभी जाता हूँ। तो मैं निहारिका का जन्मदिन स्पेशल बनाना चाहता था। तो मैंने फैसला किया कि इस बार निहारिका का जन्मदिन मैं अपने फार्महाउस पर ही मनाऊंगा। और फिर उसे मैं कॉल करके पूरी प्लानिंग बता दिया। करीब 11 बजे वो मिलने को बोली। तो वह 11बजे आई। हम गले मिले और मैं उसे जन्मदिन विश किया और बोला तुम्हे गिफ्ट क्या चाहिए। तो वह बोली कुछ नही। तो मैं बोला ऐसे काम नही चलेगा। कुछ न कुछ तो तुम्हे मांगना पड़ेगा। तो वह बोली ठीक है अभी पूरा दिन बाकी है और मैं शाम 5 बजे तक फ्री हूँ तो तुम टेंशन मत लो मैं मांग लुंगी।

फिर मैं उसे लेकर फार्महाउस आ गया। फार्महाउस पर एक दिन पहले ही मैं सारी तैयारियां कर चुका था। सो जब हम फार्महाउस पहुँचे तो वह यह सब देखकर हैरान रह गई। और बोली यह सब कब किए तो मैं बोला मैं पिछले 10 दिन से तुम्हारे जन्मदिन को स्पेशल बनाने का तैयारी कर रहा था और आज फाइनली देख रही हो। तो वह मुझे गले से लगा ली। और मुझे आई लव यु बोली। मैं भी उसे टाइट बाहों में जकड़ कर आई लव यू टू बोला।

फिर हम केक काटे और एक दूसरे को खिलाया। वो अलग बात थी कि निहारिका पूछने के बाद भी गिफ्ट के लिए मना कर दी थी लेकिन फिर भी मैं पहले ही एक हीरे का हार उसके लिए खरीद चुका था फिर मैं उसे आंख बंद करने को बोला और उसके गले मे हार डाल दिया। वह यह देखकर बहुत खुश हो गई और बोली आशु तुम बहुत अच्छे हो। और मुझे अपने बाँहो में जकड़ ली।

फिर मैं बोला निहारिका यह गिफ्ट तो मैं खुद से लिया हूँ लेकिन मैं तुम्हारी पसन्द का गिफ्ट देना चाहता हूँ और वो मैं पहले भी पूछा था और अब फिर से पूछ रहा हूँ बोलो क्या चाहिए तुम्हे।

तो वह मेरी आँखों मे देखती हुई बोली। की सच मे दोगे। तो मैं बोला मांग कर तो देखो मैं अपना कलेजा भी तुम्हे निकालकर दे दूँगा। तो वह मुझे फिर से गले से लगा ली और बोली ऐसा दुबारा मत बोलना। और फिर कुछ देर मेरे सीने से लगे रहने के बाद अलग हुई तो बोली ठीक है तो मैं मांग लूँ। तो वह बोला बेशक मांगो।

निहारिका बोली हाँ मेरे राजा आ जाओ मेरी प्यासी चुत में समा जाओ और मेरी प्यासी चुत को चोद चोदकर फाड़ डालो

और फिर वह बोली कि अपनी आँखें बंद करो। और जब मैं कहूंगी तब खोलना। मैं अपनी आंखें बंद कर लिया। करीब 5 मिनट बाद वह बोली अब अपनी आँखें खोलो। जब मैं आँखे खोला तो मेरी आँखें फ़टी की फटी रह गई उर मुँह खुला का खुला रह गया।

और मैं एकटक उसे देखे जा रहा था मेरी निगाह उसपर से हट ही नही रहे थे। दरअसल वो पूरी तरह नंगे हो चुकी थी उसके जिस्म पर एक धागा तक नही था। उसकी दूधिया बदन किसी संगममर की तरह चमक रही थी। उसकी सुडौल कर्वी बॉडी और उसकी बिना बालों वाली चुत मुझे अचंभित कर दिया था। तभी उसकी शाहतूती होंठ हिली और बोली आशु यही गिफ्ट मुझे चाहिए मेरी जिस्म सालों से तड़प रही है। और जबसे तुम मिले हो तुम्हारी बेपनाह मोहब्बत मेरे जिस्म को और तड़पा रही है। क्या तुम मेरी जिस्म की भूख को मिटाओगे क्या तुम ये गिफ्ट दे सकते हो।

इतना सुनते ही मैं उसपर टूट पड़ा और बोला मेरी जान तुम्हारा ही तो सबकुछ है। ये इस आशु का रोम रोम निहारिका का है। आ जाओ आज मैं तुम्हारी प्यासी जिस्म को अपने लन्ड का अमृत पिलाता हूँ। यह शब्द सुनते ही वह भी पागल और बेशर्म हो गई और बोली। हाँ मेरे राजा आ जाओ मेरी प्यासी चुत में समा जाओ और मेरी प्यासी चुत को चोद चोदकर फाड़ डालो। मैं उसके चुचियों को पीने लगा तो वह बोली राजा पहले मेरी चुत में लन्ड डालो और जम के चोदो। और फिर वह बेड पर लेट गई और और टांगे ऊपर उठा कर मेरी कंधे पर रख दी। और मेरा लन्ड पकड़कर चुत में डालने लगी। और बोली मारो धक्का मेरे सनम तो मैं बिना देर किए उसकी चुत में अपना लन्ड उतार दिया। वह मेरे कमर को पकड़ी और खिंचने लगी मैं चोदने लगा तो वह पागल हो गई। और बोली राजा मैं तुम्हारी कमर पकड़ी हूँ। तुम मेरे चुचियों को दबा दबा के मेरे चुत को चोदो। मैं जोर जोर से चोदने लगा उसकी इतनी गंदी बातें सुनकर मैं और जोश में आ गया था। और फच फच के साथ चोदने लगा वह चिल्लाने लगी चोदो राजा चोदो सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. इरर्राहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो इरर्राहहहहहहहहहहहहहह……. जोर जोर से चोदो मेरे शेर।.. चोदो मेरी जान आहहहहहहहहहहहहहहह……

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. मेरी प्यासी बुर को फाड़ दो मेरी बुर बहुत प्यासी है। तुम्हारा लन्ड आज मेरे चुत का चटनी बना देगा। https://nightqueenstories.com

उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. इरर्राहहहहहहहहह.. चोदो मेरी जान चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। चोदो इरर्राहहहहहहहहहहहहहह…….. मैं पूरा निगल जाऊंगी तुम्हे मवरे राजा. चोदो मेरी चुत फाड़ो मेरी चुत जान फाड़ो आहहहहहहहहहहहहहहह……

आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहह… ऊँहऊँहऊँहउहहहहहहहहहहह बेबी…..

आज पहली बार मुझे जीवन मे चुदाई का असली सुख प्राप्त हो रहा है सनम मेरे रांझणा चोदो मेरे साहिल सनम ऐसे चोदो मेरी भोसड़ा को।

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह… बेदर्दी की तरह चोदो कोई रहम मत करो पूरा जोर लगा के मेरी करारी चुत मारो मेरे सईंया आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह… मैं पिछले 35 मिनट से निहारिका को चोद रहा था। मैं उसके चुत में लन्ड डालने से पहले एक स्प्रे अपने लन्ड पर मार लिया था जिस कारण मेरा पानी अभी तक नही निकला था लेकिन निहारिका 4 बार झड़ चुकी थी फिर भी वह थकने का नाम नही ले रही थी और चिल्ला चिल्लाकर मेरा हौसला बढ़ा रही थी। करीब और 10 मिनट चोदने के बाद मुझे लगा मेरा लन्ड पानी छोड़ने वाला है। तो मैं बोला जान मेरा लन्ड पानी छोड़ देगा अब। इतना सुनते ही वह मुझे अपने ऊपर खिंच ली और मेरी कमर जोर से पकड़ ली और बोली। मेरे चुत की अपने लन्ड का अमृत पिलाओ सनम। मेरी चुत तुम्हारे लन्ड का पानी पीकर तृप्त होना चाहती है। और फिर मेरा लन्ड उसके चुत में सारा वीर्य उगल दिया। वह जोर से अपने पैरों से मेरे कमर को कस ली। और हाथों से भी जोर से दबा ली। और बोली हटना नही मेरे लन्ड का पूरा पानी मेरे बच्चेदानी में जाने दो। आखिरी बून्द तक मेरे चुत में जाना चाहिए। और वह बेतहाशा मुझे चूमने लगी। वह 10 मिनट तक वैसे ही मुझे दबोचे रही।

वह अब पूरी तरह संतुष्ट हो चुकी थी फिर भी वो और चुदाई चाहती थी। उसके चुत में लन्ड पड़े पड़े उसकी चुत की गीलापन से मेरा लन्ड अंदर ही फिर से उफान मारने लगा।

और हमारी चुदाई फिर शुरू हो गई। हम तीन बार चुदाई किये और 4 बज गया तो दोंनो फिर तैयार हुए तब तक 5 बज गया। और हम वहाँ से निकल गए। अब हम लगभग रोज चुदाई करने लगे।

तो ये थी जज की बीवी की चुदाई तो कैसी लगी दोस्तों यह कहानी। आपसब कमेंट करके बताएं ताकि मैं जल्द ही अगला कहानी लेकर आऊं।

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