मैं बन गया जिगोलो

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और मैं बन गया जिगोलो

कैसे हो दोस्तों, मेरा नाम श्रेयांस है। मेरी उम्र 22 साल है। मैं पानीपत में एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करता हूँ। मेरा वर्कप्लेस मेरे रूम से 15 km दूर है। तो मैं डेली आना जाना करता हूँ और अक्सर मुझे घर आने में देर हो जाता है कभी कभी तो काफी रात भी हो जाता है। जिस कारण मुझे लिफ्ट लेना पड़ता है और बड़ी मुश्किल से घर पहुँच पाता हूँ।

यह घटना 1 महीना पहले का है। चुकी ठंडी के मौसम आ गया था तो फैक्टरी में काम बढ़ गया था तो मुझे एक दिन काफी लेट हो गया। मैं फैक्टरी से 10 बजे निकला और मेरे घर तरफ जाने के लिए बड़ी मुश्किल से 8 बजे तक ही गाड़ी मिलती है।

तो मैं फैक्टरी से निकलकर कुछ दूर जाकर खड़ा हो गया और उधर जाते गाड़ियों को हाथ देने लगा। करीब आधा घंटा बाद एक बाइक वाला मिला तो उसने बोला कि मैं कुछ दूर तक ही जाऊंगा। तो मैं बोला ठीक है बाकी उधर का देखेंगे। तो मैं उसके बाइक पर बैठ गया और करीब 5 KM दूर आया और बाइक वाला मुझे उतार दिया। वहां से मेरा घर 10 km था। तो मैं थोड़ी दूर पैदल आते जाते देखा तो वहां कुछ लड़के खड़े थे और गाड़िया वहाँ रुक रही थी। तो मैं भी वहां पहुच गया। और दूर खड़ा हो गया। मैं काफी देर से हाथ दे रहा था लेकिन कोई गाड़ी रुक नही रहा था। ऐसे ही करीब 20 ,22 मिनट बीते होंगे तो एक गाड़ी को आता देख मैं हाथ दिया तो वह मेरे पास आकर रुकी उसमे एक खूबसूरत महिला थी। तो मैं कुछ बोलता उसे पहले ही वो बोली बैठ जाओ। मैं भी बैठ गया। दोस्तों वह महिला मर्सडीज को क्या दौड़ाई थी। मैं यकीन के साथ कह सकती हूँ उसकी गाड़ी 150 से ज्यादा की स्पीड झटके में पकड़ ली। और उसी स्पीड में कंटिन्यू गाड़ी चलाने लगी। जिस कारण मुझे पता ही नही चल पाया कि मैं गाड़ी कहाँ जा रही है। 5 मिनट में ही गाड़ी एक आलीशान बंगले के सामने थी। मैं समझ नही पाया कि ये औरत मुझे कहाँ ले आयी है। तभी गाड़ी एक गेट के अंदर घुस गई गेट अपने आप ही खुल गया था। और गाड़ी के अंदर आते ही अपने आप बन्द भी हो गया।

तभी महिला बोली चलो। और खुद गाड़ी से उतर गई। मैं भी दरवाजा खोला और उतर गया। और बोला मैडम ये कौन से जगह है तो वो बोली आओ। मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा था। फिर मैं उसके पीछे पीछे जाने लगा। (यह कहानी आप https://nightqueenstories.com पर पढ़ रहे हैं।)

दोस्तों उसकी उम्र लगभग 35 साल के आसपास की होगी। उसका रंग किसी अंग्रेजन की तरह लाल था। वह स्वर्ग की अप्सरा लग रही थी।

अब हम घर के अंदर पहुँच चुके थे। वह एक बड़ा सा हॉल था। उसमें चारों तरफ सोफे लगे हुए थे। और शानदार महंगे सजावट थे। तो वह बोली बैठो मैं आती हूँ।

वह महिला तो जैसे शताब्दी मेल बनी हुई थी और सीधे सामने के रूम में चली गई। लेकिन मैं यही सोचने लगा कि आखिर मुझे यह महिला अपने घर क्यो ले आयी मैं तो इससे सिर्फ लिफ्ट मांगा था। क्या कही कुछ गड़बड़ है। मैं यही सब सोचने लगा और अपने आंखों के उसके घर का एक्सरे करने लगा जल्द ही मुझे यह एहसास हो गया कि इस घर मे और कोई नही है। तो मैं वापस उस कमरे की टफ मुड़ कर देखा जिसमे वो गई थी लेकिन कोई हलचल नही दिखा। करीब 20 मिनट बाद वह वापस आई तो मैं हैरान रह गया।

उसके बाल गीले थे वह अभी ही नहाकर आयी थी लेकिन दोस्तों हैरानी ये नही थी कि बो नहाकर आयी थी और उसके बाल गीले थे।

दरअसल वह अब जो ड्रेश पहनी थी वह वो एक शार्ट ड्रेश थी जो उसके चूतड़ों तक ही थी और वह ड्रेस बिल्कुल नाम के थे। क्योंकि उस ड्रेश मे से उसकी बदन का हरेक अंग दिख रहा था।

उसकी चुचियाँ उसकी चुत सबकुछ दिख रहा था उसके चुत पर एक भी बाल नही थे और उसकी चुत का दाना बाहर निकला हुआ था। (यह कहानी आप https://nightqueenstories.com पर पढ़ रहे हैं।)

लेकिन मैं कुछ समझ पाता उससे पहले ही वो मेरे होंठो पर अपना होठ रख दी जोश में तो मैं भी आ चुका था सो मैं भी उसे किस करने लगा। अब उसने मेरा हाथ पकड़कर अपनी कमर पर रख दी। और फिर खुद के हाथों के घेरे बनाकर मेरे गले में डालकर उसने अपना सारा बोझ मुझ पर डाल दिया। हम ऐसे ही करीब 4, 5 मिनट किस किये फिर वो मेरा हाथ पकड़ी और अपने रूम में लेकर आ गई।

दोस्तों उसकी रूम नही थी बल्कि स्वर्ग का एक सजा हुआ महल था। ऐसी महल तो राजा की भी नही होती होगी।

एक फैक्ट्री का वर्कर से अमीर औरत की चुत चोद के जिगोलो बनने तक का सफर

और फिर वो मुझे किस करने लगी। तो मैंने उसे अपनी गोद मे उठाया और उसकी होंठो का रसपान करने लगा। वो तो भूखी शेरनी की तरह मेरे होंठो को चूस रही थी और दांतों से काट रही थी। फिर मैं उसे गोद मे उठाया और उसके ही बेड पर पटक दिया और उछल कर उसके ऊपर चढ़ गया। और उसके ऊपर लेट कर उसे किस करने लगा। उसकी कड़क और बड़ी बड़ी चुचियां मेरी छाती में धसने लगा तो मैंने अपना एक हाथ उसकी चूचियों पर ले जाकर उन्हें मसलना शुरू कर दिया।

उसने भी मेरे होंठों पर अपने होंठ रखकर चूसना शुरू कर दिया। वो बहुत अच्छे से जोर जोर से मेरे होंठो को चूस रही थी। अब हम किस करते हुए एक दूसरे के बदन को अच्छे से सहला भी रहे थे। तभी वो मुझे नीचे की ओर धकेलने लगी ।

मैं नीचे की तरफ होकर उसकी शार्ट ड्रेस को ऊपर उठाया और उसकी मोटी मोटी बिल्कुल दूध सी सफेद चिकनी जांघों को चूमने लगा उसकी जांघो पर अपनी गीली जीभ को रगड़ने लगा। । जैसे ही मैंने उसकी केले के तने जैसी मुलायम जांघों को चूमना शुरू किया, उसने मेरे सर को पकड़कर अपनी चूत पर लें आयी और जोर से अपनी चुत पर मेरे सर को दबाना शुरू कर दिया।

मैं भी कहाँ पीछे रहने वाला था। मैंने पहले अपनी जीभ को उसकी चूत के ऊपर से नीचे तक फिराया। ऐसा मैं पूरे जोर से दबा के किया था। जिससे उसकी एक कामुक आहहहहहहहहह…. निकल गई। फिर मैं चूत में जीभ को अन्दर बाहर करने लगा। वह मदमस्त हो चुकी थी और आहहहहहहहहहहहहहहह आहहहहहहहहहहहहहहहहह.. ससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह…..

धीरे धीरे करके मैंने अपने हाथ उसके चूतड़ों पर ले गया और अपनी हथेलियों में भरकर जोर से मसलना शुरू कर दिया।

उसके मुँह से अब तेज सिसकारियां निकलने लगी। ऐसी कामुक आवाजें निकलना शुरू हो गई जैसे वह कराह रही हो ये आवाज किसी के लन्ड में भूचाल लाने वाला था। आहहहहहहहहहहहहहहहहह मेरी चुत बहुत प्यासी है। चाटो जोर से।…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. चाटो मेरी चुत।.. चाटो और जोर से चाटो।… आआआहहहहहहह चाटो जोर से..। आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहह

ससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई…

पूरे पैर फैला कर वह अपने पैरों से मेरे सर को पकड़ ली और चुत पर दबाने लगी। मैं भी किसी कुत्ते की तरह उसकी चूत को चाटने में लगा गया। मुझे बेहद मजा आ रहा था।

ऐसे ही कुछ देर उसकी चूत चूसने के बाद मैं अपनी एक उंगली को उसकी गांड के छेद में घुसाने लगा। उसकी गांड का छेद खुला हुआ ही था, तो उंगली घुसाने में मुझे कोई खास तकलीफ नहीं हुई। उसे भी ऐसा करना अच्छा लग रहा था। शायद वह गांड मरवाने की बहुत शौकीन थी।

अब मैं उसकी चूत चूसने के साथ साथ ही अपनी उंगली उसकी गांड में अन्दर बाहर भी कर रहा था। उसकी मुँह से कामुक आवाजें सुनकर मेरा जोश और भी बढ़ता जा रहा था। मैं बहुत जोश में आ चुका था।

तभी उसकी चुत पानी छोड़ने लगा वह अपने चुत को मेरे मुँह में दबाने लगी तो मैं भी पूरे जोर से उसके छेद में मुँह लगा दिया और नाक उसकी चुत के दाने पर रगड़ने लगा।

अब वह झड़ चुकी थी।

और फिर वह खुद हल्का उठी और अपनी ड्रेस निकाल दी। उसका बदन चमक उठा। तब वो बोली अपने कपड़े उतारो। मैं भी किसी वफादार गुलाम की तरह झट से कपड़े उतार दिया।

मेरा कड़क 6 इंच का लन्ड देखते ही उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और मेरे लंड को अपने हाथों में पकड़कर जोर जोर से हिलाना शुरू कर दी।

अब वो मेरे लंड को हाथों से सहलाते हुए जोर जोर से आगे-पीछे करके हिलाने लगी थी। फिर धीरे से उसने लंड के सुपाड़ा वाली चमड़ी को पीछे हटाकर सुपाड़ा पर किस कर लिया। मैं तो उसके मुलायम होठ का स्पर्श अपने लंड पर पाकर सिहर उठा। मेरे लंड के सुपाड़े पर उसकी जीभ ने मेरे शरीर मे सनसनी फैला दिया था।

वो मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर जोर जोर से चूसने लगी। कभी वो मेरा पूरा लन्ड मुँह में भर लेती, तो उसकी सांस अटकने लग जाती। तब भी वो गले तक घुसा रही थी। कभी सिर्फ सुपाड़ा अपने मुँह में भरकर चूसती, तो कभी मेरे अंडकोष को अपनी हथेली से सहलाते हुए जीभ से चाट देती। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वह चुदाई की बहुत माहिर खिलाड़ी हो।

आज से पहले मुझे अपना लंड चुसवाने में इतना मजा कभी नहीं आया था। मैं मस्ती से लंड को चुसवा कर जन्नत का लुत्फ उठा रही थी।

फिर वो बोली अब मत तड़पाओ और मेरे चुत में लन्ड डाल दो।

कुछ देर के बाद मैं उसके कमर के नीचे एक तकिया रखकर उसके ऊपर चढ़ गया, और मैंने अपने लंड को हाथ में पकड़कर उसकी चूत की फांकों में रगड़ने लगा और कई बार जोर जोर से उसके चुत पर अपना लन्ड पटका। वो सिहर उठी औरससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई… करने लगी। अब वो बहुत गर्म हो चुकी थी और चुदने के लिए कमर उचकाने लगी। तभी मैं अपना लंड उसकी चुत के छेद पे सेट किया और एक जोर के झटके के साथ मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत की गहराई में उतार दिया।

लंड अंदर घुसते ही उसकी मुँह से सिसकारी निकल गई। और मैं जोर जोर से उसे चोदने लगा और वो कहने लगी हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई… आआआहहहहहहह चोदो मेरी बुर…. । आआहहहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… ……ओहहहहहहह हहहहहहह……

अब मैंने अपना एक हाथ उसके चुचियों पर रखकर मसलने लगा।

वो भी बड़ी तेजी से गांड उठा उठा कर लंड चूत में ले रही थी। कुछ देर बाद उसने अपनी टांगें पूरी हवा में उठा दीं और मैंने भी उसकी चूत की जड़ तक लंड की ठोकर देना शुरू कर दिया। मेरा लंड उसकी बच्चेदानी तक पहुचकर ठोकर मार रहा था। अब वो और जोश में आ चुकी थी और बोले जा रही थी हहहहहहहहहहहहह….. सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. बहुत मजा आ रहा है। चोदो मुझे… ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई… आआआहहहहहहह चोदो मेरी बुर…. । हाँ बेबी ऐसे ही जोर जोर से चोदो मुझे… फाड़ दो मेरी चुत…. आआहहहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… ……ओहहहहहहह हहहहहहह……

और अचानक एक झटके में उसने उसने मुझे पलट दिया और खुद मेरे ऊपर आ गई और जोर जोर से चोदने लगी। और मेरे उपर झुककर वो अपनी चूची पकड़ के मेरे मुँह में ठूसने लगी। मैंने भी उसकी चूत में लंड की ठोकर देते हुए बारी बारी से उसकी दोनों चूचियों को खूब जोर जोर से पीने और चूसने लगा उसकी निप्पल लाल हो गए थे।

फिर वो और तेजी से चोदने लगी और चिल्लाई नीचे से धक्का मारो मैं झड़ने वाली हूँ और 2 ,3धक्कों के बाद ही झड़ गई और ऊम्म्म्म्ममहमन्त्रण उ।मम्मन्नंन्नंन्नंन्नंन्न …. करते हुए मेरे सीने पर ही ढेर हो गई। लेकिन मेरा लन्ड अभी पानी नही छोड़ा था सो मैं नीचे से कमर उठा उठाकर चोदे जा रहा था तो वो मुझे रुकने को बोली।

मेरे लंड अभी भी उबाल मार रहा था ऑफ लन्ड की गर्मी अभी शांत नहीं हुई थी। मैने उससे कहा कि मुझे और चोदने दो। मेरा अभी नही हुआ है उसने कहा कि 2 मिनट रुको मैं बहुत थक गई हूं। फिर मुझे चोद लेना।

2 मिनट बाद वो मेरे बगल में लेट गई और मैं बिना देर किए उसके ऊपर आकर चुदाई फिर से चालू कर दीया। लेकिन अब वो पहले जैसा रेस्पॉन्स नही दे रही थी। वह ठंडी हो चुकी थी। और 5,7 मिनट बाद मैं झड़ने को हुआ। तो मैंने उससे पूछा कि मैं झड़ने वाला हूँ। कहाँ निकालू अपने लंड का रस तो वो बोली मेरी चुत में ही निकाल दो। फिर मेरा लन्ड रस छोड़ने लगा। अब मैं भी उसमे उलर लेट के हाँफते हुए शांत हो गया।

कुछ देर मैं उसके चुत में ही लन्ड डाले पड़ा रहा। फिर मैं बगल में लेट गया तो वह। उठी और वाशरूम गई। वहां से आई तो व्हिस्की और 2 ग्लास लायी और भुनी हुई काजू भी। फिर हमदोनों पिये

और थोड़ी देर में हम फिर गर्म हो गए और दुबारा चुदाई का खेल शुरू हो गया। उस रात मैंने उस सेक्सी महिला को 4 बार चोदा। और एक बार गांड़ भी मारा और वह बहुत मजे से गांड मरवाई। (यह कहानी आप https://nightqueenstories.com पर पढ़ रहे हैं।)

सुबह मैं जब कपड़े पहन रहा था तभी वो आई और एक लिफाफा पकड़ाते हुए बोली। मैं अपने किसी क्लाइट से नाम नही पूछती लेकिन तुमसे पूछ रही हूं। क्योंकि जो मजा तुमने मुझे दिया है वो कोई और कभी भी नही दिया। तो मैं अपना नाम बताया। तब तक मैं कपड़े पहन चुका था। फिर वह मेरा नम्बर ली। और बोली। बहुत जल्द तुम्हे फिर से मेरा सेवा करना होगा। मैं बताऊंगी। और फिर वो बोली मैं तुम्हे कहाँ छोड़ दूं। फिर हम निकल गए।

मैं रूमपर आकर देखा तो उस लिफाफे म 15000 रुपए और एक कागज था जिसपर लिखा था। मेरी चुदाई की कीमत। मुझे समझ आ गई। और मैं उस दिन से फैसला किया की अब मैं पार्ट टाइम यही धंधा करूँगा।

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी जिगोलो बनने की कहानी। मुझे कमेंट करके जरूर बताना और https://nightqueenstories.com पर बने रहना। धन्यवाद।

 

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