हॉट बॉयफ्रेंड

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मेरी बेस्टी का हॉट बॉयफ्रेंड

हेलो दोस्तों! मेरा नाम सोनी है और मैं अभी इंजीनियरिंग के दूसरे साल में हूँ। मैं आज आपसे एक बहुत ही मजेदार किस्सा सुनाना चाहती हूँ। ये दो महीने पहले की बात है जब मेरी बेस्ट फ्रेंड गीता के बॉयफ्रेंड श्रीधर ने मेरी चुदाई की थी और वो भी गीता के घर पर।

दरसल दो महीने हमे कॉलेज से 15 दी का वेकेशन मिला था। तो में जिस होस्टल पर रहती थी वहा की बाकी सारी लड़कियां अपने अपने गाँव चली गयी थी। इसलिए होस्टल भी बंद रखा जानेवाला था। लेकिन मैं और गीता वक्त बर्बाद नही करना चाहते थे अपने गाँव जाकर। हमे पढ़ाई करके, ट्यूशन लगाके अछी नौकरी प्राप्त करना चाहते थे। इस लिए गीता ने मुझे उसके फ्लैट पर 15 दिन रहने पर्याय बताया।

मैंने अगले ही दिन मेरा सामना गीता के फ्लैट पर शिफ्ट किया। फ्लैट दो बेदरूम्स वाला था और गीता अपनी दादी के साथ रहती थी। मगर दादी की तबियत थोड़ी खराब हो रही तो गीता के पापा ने दादी को गाँव बुला लिया था। तो अब सिर्फ गीता और मैं ही रहनेवाले थे। हम ने एक अच्छा ट्यूशन क्लास ढूंढा और 15 दिन के कोर्स के लिए हम दोनों का नाम दे दिया और फीज भी भर दी।

अब हम दोनों की पढ़ाई ठीक से शुरू हो गयी थी। लेकिन गीता को पढ़ाई के अलावा डांस में भी दिलचस्पी थी। उसने अगले हफ्ते होनेवाले एक डांस कॉम्पिटिशन में हिस्सा ले लिया। तो वो पढ़ाई और डांस प्रैक्टिस साथ में मैनेज करती थी। शाम को जब वो डांस प्रैक्टिस के लिए उसके डांस टीचर के पास जाती थी तब में फ्लैट पर अकेली रहती थी। तब मैं मस्त अपने आप के साथ मजे किया करती थी।

एक दिन ऐसे ही वो डांस क्लास के लिए गयी थी और मैं बहुत हॉर्नी महसूस कर रही थी। मैंने आज कुछ मजेदार करने का सोचा और सारी खिड़कियाँ दरवाजे बंद कर दिए। नाचने मैं थोड़ी बहुत दिलचस्पी मुझे भी थी। मैन होम थिएटर पर जाने चलाये। फिर मोबाइल का कैमरा ऑन करके टेबल पर रखा और उसके सामने नाचने लगी। पता नही क्यूँ मुझे अपना वीडियो निकालने की इच्छा हो रही थी। गानों के कारण मैं और भी हॉर्नी महसूस कर रही थी। मैं नाचते नाचते अपने कपड़े निकालने लगी। अब मैंने सिर्फ ब्रा और पैंटी पहनी थी।

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मैं वैसे ही पीछे रखे सोफे पर जा बैठी और अभी भी कैमरे के सामने थी। अब मैं डांस छोड़के कुछ और ही कर रही थी। मैंने दोनों टांगे फैला कर अपनी पैंटी के अंदर हाथ डाल दिया। अपनी चुत को उंगलियों से सेहलाने लगी। फिर अपनी उंगली मैंने अंदर डाल दी। पहले धीरे धीरे…फिर जोर जोर से अंदर बाहर करने लगी। मैंरी सिसकियाँ भी निकल रही थी…

“आहहह…आहहह..आहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उमह..उमहहह…उमहहहहहहहहहहहहह….”

मेरे पैर काँपने लगे थे। तभी अचानक डोरबेल बजने लगी। गीता आज जल्दी वापिस आ गयी थी शायद। मेरे सारे कपड़े इधर उधर पढ़े थे। मैंने दो मिनट कपड़े पहन लिए और मोबाइल कैमरा बंद कर दिया। फिर दरवाजा खालो और सामने गीता और एक लड़का था। उस लड़के को मैंने पहली बार देखा था…साँवलासा, लंबा और काफी हैंडसम लग रहा था। मैं उसे देखती ही रह गयी। तभी गीता में पूछा “क्या कर रही थी सोनी? कितनी देर लगा दी दरवाजा खोलने में।” मैंने बोला “अरे वाशरूम में थी। आओ ना अंदर।”

फिर गीता ने उस लड़के की ओर इशारा करके बताया “ये श्रीधर है, मेरे डांस टीचर और…मेरा बॉयफ्रेंड भी” उसने हल्कासा शर्मा कर बताया। गीता ने मुझे श्रीधर के बारे में पहले भी बताया था। मैं और श्रीधर बस मुस्काए। फिर गीता किचन में चली गयी और हम दोनों सोफे पर बैठ गए। तभी श्रीधर ने उसके पैर के नीचे से मेरी ब्रा बाहर निकली और उसे देखते हुए बोला “ये गीता की नही है…तुम जल्दी जल्दी मैं ये उठाना भूल गयी शायद सोनी…” मैंने उसके हाथ से अपनी ब्रा खींच ली और अंदर की ओर भाग गयी।

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बाद में हम सब हॉल में बैठ कर टीवी देख रहे थे। तब गीता ने बताया की उसका डांस कॉम्पिटिशन दो दिन में है, तो श्रीधर भी तब तक यही रहेगा। उसके बाद वो दोनों प्रैक्टिस करने लगे और मैं बैठ कर देखने लगी। गीता नाच रही थी और श्रीधर उसके स्टेप्स पर ध्यान दे रहा था। तभी श्रीधर ने मेरी ओर देखा, फिर मुस्काया और फिर एक आँख भी मारी। मुझे कुछ समझ नही आया तो मैं बस मुस्का दी। थोड़ी देर बाद में अंदर चली गयी। जबसे श्रीधर आया था तबसे मेरी हवस जगने लगी थी, वो था ही इतना सेक्सी। लेकिन आखिर वो मेरी बेस्ट फ्रेंड का बॉय फ्रेंड था इस लिए मैंने उससे दूरी बनाए रखी।

फिर कॉम्पिटिशन के दिन हम तीनों साथ ही तैयार हो कर चले गए। वो एक थिअटर हॉल था। हम तीनों साथ बैठ गए। तब श्रीधर और मेरे बीच गीता बैठी थी। फिर उसे स्टेज के पीछे बुला लिया गया। उसे जाने के बाद श्रीधर सरक के मेरे पास आकर बैठ गया। उसने कहा “सोनी! तुम ज्यादा बात क्यूँ नही करती?” मैंने बस उसकी ओर देख के मुस्का दिया और फिर आगे देखने लगी। वो अभी भी मेरी ओर देख रहा था तो मैं फिर उसकी ओर मुड़ी। उसने तभी पास आकर मुझे होठों पर चुम लिया।

मैंने उसे धकेला और गाल पर थप्पड़ भी लगाया। लेकिन अब मैं उसे किस करना चाहती थी। मैं आगे बढ़ी और हम दोनों फिर किस करने लगे। मेरी उँगलियाँ उसके बालों को जखडे हुयी थी और उसके हाथ मेरी कमर पर थे। अब वो मेरी जांघों पर अपना हाथ जिस रहा था। हम दोनों ही हॉर्नी हो गए थे। अब वो मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरी चुत को सहलाने लगे। हमने और कुछ देर मेक आउट किया। तभी स्टेज पर गीता का नाम लिया गया। इसलिए हम तुरंत रुक गए। गीता का परफॉरमेंस चालू हो गया।

श्रीधर ने मेरे कान में बोला “सुनो, आज रात को तुम्हारे कमरे में आ जाऊ?” मैन उसके मना कर दिया। गीता का डांस हो गया और अब वो कभीभी वापिस आ सकती थी। श्रीधर फिर बात करने की कोशिश कर रहा था लेकिन मैंने उसे चुप रहने को बोला। गीता वापिस आ गयी। हम दोनों ने ही उसके डांस की बहुत तारीफ की। श्रीधर ने उठ कर उसे गले लगा लिया। अभी बाकी डांस बाकी थे लेकिन हम रुकना नही चाहते थे। तो हम घर वापिस आ गए।

शाम को डाइनिंग टेबल पर हम सब साथ बैठे थे। श्रीधर टैब भी मुझे इशारे कर रहा था। वो चाहता था कि हम रात को करीब आये। लेकिन मैंने फिर उसे मना कर दिया। मुझे डर था कि अगर गीता को पता चल गया तो हमारी दोस्ती लर असर हो सकता है। लेकिन ये भी सच था कि मेरा भी बहुत मन था कि श्रीधर मेरी चुदाई करे। फिर रात को रोज के जैसे गीता और श्रीधर एक बैडरूम में सो गए और मैं दूसरे बेडरूम में।

रात के कुछ दो बजे होंगे। मैं अभी तक सोयी नही थी। फिर मैं वाशरूम जाने के लिए उठी। जब मैं गीता के बेडरूम के पास से गुजर रही थी तब मैंने अंदर से कुछ आवाजे सुनी। मैंने धीरे से दरवाजे पर कान लगाया और सुनने लगी…

गीता : “और जोर से श्रीधर…आहह..आहहह..

आहहहह..ओहहहह….उमहहहह… उमहहहह….”

श्रीधर : “घुटने टेक कर बैठों गीता…ऐसे और भी मजा आएगा।’

गीता : “उमहहहह… उमहहहह…

आहहह…आहहहह..आहहह….

ओहहहहहहहहहहहहहह…..”

ये सब सुन कर मेरी चुत भी गीली हो गयी। मुझे बुरा भी लग रहा था, अगर मैंने श्रीधर को ‘हाँ’ बोल दिया होता तो अभी गीता के जगह में मजे कर रही होती। मैं वापिस अपने रूम में जाकर सो गयी और सोचती रही।

अगले दिन गीता ने आवाज दिया तो मैंने दरवाजा खोला। वो ट्यूशन के लिए तैयार हो कर खड़ी थी। उसने मुझे पूछा “तुम तैयार क्यूँ नही हुई? ट्यूशन नही चलना क्या?” तो मैंने उसे बताया “अरे वो मेरी जरा खराब है। आज तुम अकेली चली जाओ।” तो उसने बोला “अरे मैं भी रुकती हूँ फिर तुम्हारे साथ। क्या क्या हो रहा है तुम्हे?” तो मैंने बोला “अरे ज्यादा कुछ नही। सर भारी लग रहा है। आराम करूँगी तो ठीक हो जाएगा। तुम चली जाओ” फिर वो मान गयी और जाते जाते बोली “श्रीधर है अंदर, सो रहा है। तुम्हें कुछ जरूरत हो तो बताना उसे।”

वो चली गयी। मैंने दरवाजा बंद किया और पीछे मुड़ी तो वहा श्रीधर खड़ा था। दोनों हाथ कमर पर रख कर मुस्का रहा था। उसने कहा “सर भारी लग रहा है? मैं मदद कर सकता हूँ। फिर हल्का हल्का लगेगा।” मैंने उसे जवाब नही दिया बस उसपर टूट पड़ी। उसने मुझे बाहों में ले लिया और हम चूमने लगे। अब हमारे बीच कोई गीता नहीं थी। हम पूरी शिद्दत में चूमने लगे, एक दूसरे का मुह चुसने लगे।

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मैं उसके शर्ट के बटन खोलने लगी। और वो मेरी टी शर्ट में हाथ डालने लगा। उसने मेरा टी शर्ट उठा कर निकाल दिया। और फिर खुदका शर्ट निकाल दिया। वो चूमते चूमते मुझे गीता के कमरे में लेजाने लगा। मैंने उसे दूसरी ओर खींचा और मेरेवाले बैडरूम में लेजाने लगी। इस बात पर वो बहुत हँसा।

उसने उसकी जीन्स उतारी और मैने मेरी पैंट उतार दी। मेरी पीठ अभी उसकी तरफ थी। उसने पीछे से मेरी पैंटी नीचे सरकायी और मेरी चुत पर चार उंगलियों से घिसने लगा। मेरी चुत पहले ही गीली थी। मैंने पूरी पैंटी नीचे सरकायी। जब में नीचे झुकी तब उसने मीठी ब्रा का हूक निकाला। मेरी नंगी चुचियाँ अब लटक रही थी। उसने उसी पोजीशन में मेरी दोनों चुचियों को पकड़ लिया और दबाने लगा। मैंने एक हाथ पीछे करके उसकी गर्दन को पकड़ के आगे खींचा तो वो मेरी गर्दन को चूमने लगा। मेरे पूरे बदन पर रोंगटे खड़े हो रहे थे।

उसने मुझे गोद में उठाया और बेड पर लेटाया। मैं अपनी चुचियों को सेहला रही थी। वो भी बेड पर आ गया और मेरी टांगे फैला दी। नीचे झुक कर वो मेरी चुत को चाटने लगा। मेरी चुत इतनी मचल रही थी कि मैं चद्दर नोचने लगी थी। और मेरी आवाजे भी निकल रही थी….

ओहह…ओहहह…

ओहह…ओहहह…उमहहहहहहह…

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहह…आहहहहहहहहहहह……

श्रीधर!!!…

उममहहहहहहहहहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह… आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. चाटो मेरी चुत।… आआआहहहहहहह और जोर से..जोर से ओह मेरे हीरो आआआहहहहहहह..

ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह……

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मेरी बातों से वो और जोश में आ रहा था। वो रुका और उसने अपनी अंडरपैंट उतार दी। अब वो भी मेरी तरह बिल्कुल नंगा था। उसने इशारे से उसका लंड मुझे लेने को बोला। मैंने तुरंत उसका लंड हाथ में लिया और सेहलाने लगी। और फिर मुह में ले लिया। श्रीधर अपने हाथ से मेरे बालों को सेहला रहा था। फिर उसने अपनी आँखें बंद कर ली और मैं उसका चुस्ती रही। अब उसकी सीसकियाँ निकल रही थी…

सससीईईईईईईसससीईईईईईई…

आहहह…आहहह..आहहहहहहहहहहहह….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….

फिर उसने मेरी चुत पर ऊपर से ही उसका लंड घिसना शुरू किया। मैं अब और रुक नही सकती थी। मैंने दो उजगलियों से मेरी चुत खोली और श्रीधर की ओर देखा। उसने भी तुरंत उसका समूचा लंड मेरी गीली चुत में डाल दिया। में खुशी के मारे चींखने लगी…

उमहह…उमहहह…ओहहह…

ओहह…ओहहह…उमहहहहहहह…

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहह…आहहहहहहहहहहह……

उममहह…उमहहहहहह…उमहहहहहहहहह….सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…. उममहःहहहहहहहहहहहहहहहह… आहहहहहहहहहहहहहहहहह…ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. चोदो मेरी चुत।… आआआहहहहहहह और जोर से..जोर से ओह मेरे हीरो आआआहहहहहहह..रुकना मत…

ओहहहहहहहहहहहहहहहहह…

सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आहहहहहहहहहहहहहहहहह……

मेरा एक एक अंग काँपने लगा था और मेरा पूरा बदन कमजोर पास रहा था। कुछ वक्त बाद हम दोनों साथ ही झड़ गए। गीता के आने का वक्त भी हो रहा था तो हमने कमरा ठीक कर लिया। औऱ गीता को पता लगे बिना हमारा काम हो गया… तो एक थी दोस्तों मेरी बेस्टी के बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स की कहानी। अगर ये कहानी पढ़ कर आपको मजा आया तो लाइक और कमेंट जरूर करे।

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मेरी अगली कहानी का शीर्षक है “बालकनी में उतार दिए सारे कपड़े”

धन्यवाद।

नमस्कार।।

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