बॉस की बीवी चुद गई

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बॉस की बीवी चुद गई अपने यार से

हेलो फ्रेंड्स। मैं दीपक हूँ एक IT प्रोफेशनल। मैं गुड़गांव में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ। पिछले 4 सालों से मैं गुड़गांव के एक ही कम्पनी में काम कर रहा हूँ।

इस कहानी के पिछले भाग का शीर्षक था

“”बॉस की बीवी की मोहब्बत””

……………तृषा अब झुककर पैंट के ऊपर से ही मेरे लन्ड को किस की और जीभ निकालकर चाटने लगी। फिर वह मेरा पैंट के बेल्ट को खोली और फिर धीरे से मेरे पैंट को नीचे खिंची। जैसे ही मेरा पैंट नीचे हुआ मेरे अंडरवियर में मेरा लन्ड फनफना कर ऊपर नीचे होने लगा। ऑसि लग रहा था जैसे मेरे अंडरवियर को फाड़कर मेरा लन्ड बाहर आ जायेगा।

और तृषा मेर लन्ड को मसलने लगी। तभी उसकी फोन बजने लगी। अब उसके साथ मेरा भी सारा मजा किरकिरा हो गया था। क्योंकि वह कॉल बॉस का था और वो बोले कि यहां पार्टी खत्म हो गया है और मैं तुम्हे लेने आ रहा हूँ।

तो फिर तृषा बोली तुम्हारे बॉस लेने आ रहे हैं। फिर हमदोनों मन मसोसकर कपड़े पहने और बाहर आ गए। https://nightqueenstories.com

उस रात मैं घर आकर 3 बार मुठ मारा।।

दूसरे दिन ऑफिस पहुँचा तो एक और खुशखबरी थी। बॉस सभी अधिकारियों के मीटिंग बुलाए और उन्होंने कहा कि श्री दीपक जी का प्रोमोशन कर दिया गया है। आज से आप सब हर तरह का रिपोर्ट इन्हें ही करेंगे। और बॉस मुझे प्रोमोशन लेटर के साथ एक बुक्के दिए। और एक नए ऑफिस का चाभी भी। और शुभकामनाएं भी।

फिर बॉस बोले मेरे अबसेन्स में MD का सारा कार्यभार मैड़म तृषा संभालेंगी। और बॉस एक नए प्रोजेक्ट के लिए उसी दिन सिंगापुर चले गए।

लेकिन बॉस साथ मे तृषा को भी सिंगापुर ले गए। लेकिन अब हमारी बात कॉल और व्हाट्सएप्प पर होने लगी। अक्सर तृषा मुझे कॉल करती और उस दिन मुझे प्यासा छोड़ने के लिए माफी मांगती।

कैसे बॉस की बीवी मुझसे चुदवा के अपनी प्यासी चुत की आग बुझाई

अब जब भी उसे मौका मिलता वह कॉल करती। तृषा को सिंगापुर गए 3 दिन बीत चुके थे। लेकिन उसका पूरा ध्यान मुझपर था। वह जल्दी से वापस आना चाहती थी। लेकिन बॉस डील फाइनल करके ही वापस आना चाहते थे। सिंगापुर में बॉस एक नया यूनिट लगाना चाहते थे। इसलिए वह वहां से हिलना नही चाहते थे।

इधर तृषा को पाने के लिए मैं जितना परेशान था। उससे ज्यादा तृषा तड़प रही थी।

दरअसल तृषा और बॉस का अरेंज मैरिज ही हुआ था लेकिन बॉस तृषा से 17 साल बड़े थे। तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वह सेक्स की कितनी भूखी रही होगी। इसलिए उसकी तड़प बहुत तगड़ी थी।

फाइनली 5वें दिन तृषा मुझे कॉल की और बोली कि मैं वापिस आ रही हूँ। तो मैंने पूछा और बॉस तो बोली नही मैं अकेली आ रही हूँ।

मैंने उससे पूछा कि क्या मैं एयरपोर्ट आऊं तो उसने मना कर दिया और बोली मैं खुद तुमसे मिलने आऊंगी। रात के करीब 2 बजे तृषा दिल्ली पहुँची। और सीधे अपने घर चली गई। और बोली तो मैं बोला कि दिन में हम मिलते हैं तो तृषा बोली ठीक है। लेकिन मैं बताऊंगी। मुझे कुछ काम है पहले मैं उसे निपटा लूं।

दूसरे दिन मैं ऑफिस आ गया लेकिन मेरा मन बार बार तृषा के पास जा रहा था। फिर मैं उसे कॉल किया तो वो कही बाहर थी। और दूसरे दिन मिलने को बोली।

मैं परेशान हो गया कि आखिर ये मिल क्यो नही रही। सिंगापुर से मेरे लिए वापिस आयी और मेरे से ही नही मिल रही थी। फिर वह। दूसरे दिन रविवार था और उस दिन मेरा जन्मदिन भी था। और सुबह से तृषा का फोन बंद था। दिन के करीब 10 बजे उसका कॉल आया तो वह एक जगह का पता बताई और लोकेशन भेज दी।

मैं तैयार होकर वहां पहुँचा तो देखा वह एक शानदार बंगला था। बिल्कुल वाइट संगमरमर के चमक रहा था। वह एक एकड़ में फैला हुआ बंगला था। जैसे ही मैं अंदर गया तो देखा सामने एक शानदार BMW खड़ी थी जिसके पास तृषा खड़ी थी। वह बहुत खूबसूरत लग रही थी। वह लाल रंग की ड्रेश पहनी थी जिसपर सोने के तार लगे हुए थे। और उसके गले बहुत गहरे थे जिस कारण उसकी चुचियाँ बाहर निकलने को उतावला हो रही थी।

जैसे ही मैं गाड़ी खड़ी किया वह पास आकर दरवाजा खोली और मुझे गले से लगाते हुए बोली। कैसे हो स्वीटहार्ट। मैं भी उसके सर पर किस किया और बोला मैं ठीक हूं लेकिन तड़प रहा हूँ। तुम कैसी हो तो वह बोली मेरा भी वही हाल है।

फिर मैंने पूछा यह बंगला किसका है और तुम यहाँ क्या कर रही हो। तो वह बोली बहुत सवाल करते हो थोड़ा नीचे झुको और वह मेरे आंखों पर लाल रंग का पट्टी बांध दी। और मेरा बाह पकड़ ली और बोली चलो तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है। मैं उसके साथ चल दिया। वह बंगले के अंदर मुझे ले गई। और जैसे ही अंदर गए ढेर सारा गुलाब के पंखुड़िया मुझपर गिरने लगी। और तभी तृषा मेरी आँखों की पट्टी खोल दी। और हैप्पी बर्थडे बोली और गले से लगा ली। मैं भी उसे अपने बांहो में भिचते हुए थैंक यू बोला। मैं सच मे सरप्राइज हो गया था। और मेरे सामने करीब 10 किलो का एक बड़ा सा केक था और उसके चारों ओर रंग बिरंगे कैंडल जल रहे थे। और फिर तृषा बोली केक काटो आज हम तुम्हारे जन्मदिन पर तुम्हारे साथ समय बिताना चाहते हैं इतना बोलते ही वो फिर से मेरे गले लग गई।

फिर वह हटी तो हमदोनों ने मिलकर केक काटा। और एकबार फिर से गुलाब के पंखुड़ियों की बारिश हो गई। फिर हमदोनों ने एकसाथ एक दूसरे को केक खिलाया। और फिर तृषा मुझे एक चाभी देते हुए बोली मेरी धड़कन आज से यह बंगला तुम्हारा है। https://nightqueenstories.com

मैं तो इसकी उम्मीद भी नही किया था। यह कई करोड़ का बंगला था। जिसे तृषा ने कई दिन के मेहनत के बाद कल ही फाइनल की थी।

फिर वह बोली चलो बाहर और फिर हम जैसे ही बाहर गए बाहर पार्ज में खड़ी और कवर से ढकी एक ब्लैक BMW के ऊपर से कवर खिंच दी और बोली ये रहा तुम्हारे जन्मदिन का एक और गिफ्ट। मैं तृषा को गले से लगा लिया। और तृषा ने मुझे I LOVE YOU बोला। मैं भी उसे जोर से भिचते हुए I LOVE YOU TO मेरी जान बोला। फिर तृषा उस BMW की चाभी मुझे दी।

तृषा इतनी तेजी से अपनी गांड़ मेरे लन्ड पर दबाई की खचाक की आवाज के साथ मेरा लन्ड उसकी चुत में समा गया

अब फिर से तृषा मेरी हाथ पकड़ी और अंदर जाने लगी। तो मैं उसे गोद मे उठा लिया। और अंदर चला गया। अंदर दाएं साइड में एक कमरा था जो पूरा कमरा गुलाबी था। बहुत खूबसूरत और रोमांटिक लग रहा था। मैं उस कमरे में गया और तृषा को बीएड पर पटक दिया और ऊसर टूट पड़ा तृषा तो बिन पानी मछली की तरह तड़पने लगी। तो मैं बिनादेर किये उसके उर आ गया और उसकी गाउन को निकाल दिया। लेकिन मेरे लिए एक और सरप्राइज अभी बाकी था। जैसे ही मैं उसका गाउन निकाला हैरान हो गया तृषा अंदर कुछ भी नही पहनी थी। और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी। मेरी नजर उसकी चुत पर टिक गई तो वह बिना देरी किये मेरेंकपडे उतारने लगी। और अगले चंद सेकेंड में मैं भी पूरी तरह नंगा हो चुका था। तभी तृषा 69 की पोजिशन में हो गई और अपनी चुत मेरे मुँह पर रगड़ते हुए मेरे लन्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी। अगले 10, 12 मिनट तक हम इसी पोजिशन में एक दूसरे का माल चुसते रहे। इस दौरान तृषा एक बार झड़ चुकी थी। अब वह उठी और सीधा हो गई। और मेरे दोनो तरफ पैर फैला दी और मेरे लन्ड को पकडकर अपने चुत पर सेट की और इतनी तेजी से अपनी गांड़ नीचे दबाई की मेरा पूरा लन्ड उसकी चुत में घुस गई। और घपाक कि आवाज की। अब तृषा पूरे जोश में थी इधर मैं भी पूरे जोश में था। अब तृषा मेरे लन्ड पर उछलने लगी। और तृषा के मुंह से जोर जोर से

आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii .. दीपक ..आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii नीचे से जोर से चोदो.. मैं ऊपर से चोद रही हूँ …. आज मुझे रंडी बना ले अपनी .. और जोर से चोदो.. आह फाड़ डालो मेरी चुत। आहहहहहहहहह मेरे राजा… आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii .. और जोर से चोद चोद मुझे।।। ..आहहहहहहहहहहहहहहहहहः ओहहहहहहहहहहहहहहहहह iiiसससीईईईईईईiii आज मुझे रंडी बना ले अपनी .. और जोर से चोद.. आह फाड़ डाल मेरी चुत। आहहहहहहहहह मेरे राजा… चोदो जोर से……. आहहहहहहहहहहहहह पूरे ताकत से चोदो…. मेरी चुत को फाड़ डालो…..

आज से मैं तुम्हारी बॉस की बीवी नही बल्कि तुम्हारी बीवी हूँ, तुम्हारी तृषा।

ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… चोदो मेरे राजा चोदो जोर से। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. दीपू चोदो मेरी चुत… मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. मुझे बहुत मजा आ रहा है। …

मैं चोद रही हूँ दीपू।… मैं चोद रही हूँ

राजा अब तुम ऊपर आकर चोदो, मुझे अपने सीने के नीचे दबाकर चोदो

..जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह… तू तो सच्चा मर्द निकला मेरे शेर….. चोदो बेबी…. चोदो मेरी चुत……. फाड् दो मेरी चुत को…मेरी चुत पिछले के साल से लंड के लिए तड़प रही है।…….. मेरी चुत को चोद के भोसड़ा बना दो….ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. मेरे शेर मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो…

तृषा को ऊपर से चोदते 10 मिनट से ज्यादा हो गए थे। और वह 2 बार झड़ चुकी थी। लेकिन मेरा लन्ड अभी भी नही पानी छोड़ा था तो तृषा बोली मेरे राजा अब तुम ऊपर आकर चोदो। मुझे अपने सीने के नीचे दबाकर चोदो…. मैं बिना देर किए उसे नीचे किया और मैं उसपर लेट गया वो अपने दोनों पैरों को कैची बनाकर मेरे कमर पर लपेट ली। और बाँहो में कस ली इधर मैं धक्के पे धक्का मारे जा रहा था और तृषा चिल्ला रही थी…

आहहहहहहहहहहहहहहह…… दीपू चोदो मुझे .. मेरी चुत फाड़ दो दीपू…। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. बहुत मजा आ रहा मेरी जान चोदो….. मेरी चुत को…………तुम्हारा लंड मेरे चुत से होते हुए अंदर मेरी गांड तक जा रहा है.. बहुत बड़ा लंड है तुम्हारा… ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. मेरे राजा मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… बेटा कितना अच्छा चुत चोदता है तू। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… तुम्हारा लंड बहुत तगड़ा है और मेरी चुत को अंदर तक पिटाई कर रहा है…… बहुत मजा आ रहा है मेरे लाल……फाड् दो मेरी चुत.. मेरी चुत की धज्जियां उड़ा दो।

अब मैं फिर से झड़ने वाली हूँ। आआहहहहहहहहहहहहहहहहह, ओहहहहहहहहहहहहहहहहह….. और फिर तृषा एक और बार झड़ने लगी। उसकी चुत का पानी मेरे लन्ड पर साफ महसूस हो रहा था। बहुत गर्म पानी था। और तभी मुझे लगा अब मेरा लन्ड उल्टी कर देगा। तो मेरा रफ्तार भी बढ़ गया।। और मैं भी झड़ने लगा। और फिर तृषा के ऊपर ही सिमट गया। तृषा मुझे कस के दबा ली। हमदोनों की सांसे इतनी तेज थी कि पूरा कमरा गर्म हो गया था। और हमदोनों पसीने से लथपथ थे।

तो दोस्तों कैसी लगी यह बॉस की बीवी की चुदाई की कहानी। मुझे कमेंट करें। और कहानी को लाइक और शेयर करें। ताकि हमें प्रेरणा मिले और हम ऐसे ही कहानियां आपसब के लिए प्रस्तुत करते रहें।

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